शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक शारदा ने बताया कि प्रेमनगर द्वितीय निवासी ढाई वर्षीय विकल्प पुत्र विवेक मिश्रा की आठ दिन पहले तबीयत खराब होने पर तलवंडी स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां सुधार नहीं होने पर तीन दिन पहले उसे दूसरे निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जांच में स्वाइन फ्लू पॉजीटिव रिपोर्ट आई। जब उसे अस्पताल लाया गया था, तभी से बेहोशी की हालत व वेंटिलेंटर पर था। शनिवार को दोपहर में उसकी मौत हो गई। इसके अलावा टोंक जिले के देवली क्षेत्र के पनवाड़ निवासी दो माह के लविश को तीन दिन पहले भर्ती कराया गया था। उसकी स्वाइन फ्लू जांच कराई। रिपोर्ट पॉजीटिव आई। एक बार तो वह ठीक हो गया। उसके बाद दोबारा तबीयत बिगड़ गई। उसे वेंटिलेंटर पर लिया, लेकिन शनिवार दोपहर तीन बजे उसकी भी मौत हो गई।
चिकित्सा विभाग के अनुसार, बूंदी के जवाहर नगर कॉलोनी निवासी कमलेश बाई (56) को 29 सितम्बर को एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया था। शनिवार शाम को मौत हो गई। कोटा के अर्जुनपुरा निवासी रामकल्याण (85) को शुक्रवार को एमबीएस अस्पताल में स्वाइन फ्लू वार्ड में भर्ती कराया था। उसकी जांच के सेम्पल लिए, लेकिन रिपोर्ट आने से पहले ही उनकी मौत हो गई। शनिवार को उनकी स्वाइन फ्लू पॉजीटिव जांच रिपोर्ट आई है।
स्वाइन फ्लू के कहर से इस सीजन में हाड़ौती में अब तक 33 से ज्यादा मौतें हो चुकी है। नए रोगी सामने आए
शनिवार को डेंगू के 9 रोगी सामने आए हैं। इनमें कोटा जिले के 4 व अन्य जिलों के 5 रोगी शामिल है। स्वाइन फ्लू के 8 रोगी सामने आए है। इनमें कोटा जिले के 6 व अन्य जिलों के 2 रोगी शामिल है। स्क्रब टायफस के अन्य जिलों के तीन रोगी सामने आए हैं।