बूढ़ादीत. उजाड़ क्षेत्र के झाड़ गांव में इन दिनों स्वाइन फ्लू सहित वायरल बुखार का प्रकोप है। झाड़ गांव निवासी महिला वार्ड पंच की मंगलवार को कोटा में उपचार के दौरान मौत हो गई, वहीं इसी गांव की एक स्वाइन फ्लू पीडि़ता का कोटा में ही उपचार हो रहा है। इधर, गांव में घर-घर में खांसी, जुकाम, बुखार के मरीज हैं।
वार्ड पंच संतोष बाई (38 ) पत्नी रमेश मीणा को चार दिन पहले बुखार आया था। उसे लाख सनीजा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उपचार कराने के बाद स्वाइन फ्लू संदिग्ध व निमोनिया के लक्षण नजर आने पर परिजनों ने सोमवार सुबह कोटा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती करवाया, मंगलवार को उसकी मौत हो गई। उसकी स्वाइन फ्लू रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इधर, झाड़ गांव निवासी मांगीबाई पत्नी बलराम स्वाइन फ्लू पॉजीटिव आई है, उसका कोटा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उपचार चल रहा है। गांव में दो दर्जन से अधिक ग्रामीण वायरल बुखार-खांसी जुकाम से पीडित हैं।
सर्वे की मांग
सरपंच ओमप्रकाश मीणा, फल सबजीमंडी सदस्य हरिशंकर मालव, नंदबिहारी मीणा, रामभरत मीणा, मुकेश कुमार मीणा ने चिकित्सा दल गठित कर घर-घर सर्वे व स्वास्थ्य जांच कराने की मांग है। साथ उन्होंने फोगिंग की मांग की है।
चिकित्सा टीम ने किया सर्वे, टेमी फ्लू वितरित
सुल्तानपुर. क्षेत्र के बगतरी गांव में एक महिला के स्वाइन फ्लू पॉजीटिव मिलने पर चिकित्सा विभाग में हड़कम्प मचा हुआ है। मंगलवार दोपहर को चिकित्सा टीम ने गांव पहुंचकर पीडि़त महिला व आसपास के घरों का सर्वे किया और टेमी फ्लू दवा बांटी। साथ ही बीमारी के लक्षण व बचाव की जानकारी दी। जानकारी के अनुसार बगतरी गांव निवासी संजया बाई पत्नी राजेंद्र भील की भी जांच में स्वाइन फ्लू पॉजीटिव होने की पुष्टि हुई थी। उसका कोटा एमबीएस अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पहले भी मिल चुके रोगी
गौरतलब है कि एक दिन पूर्व ही उम्मेदपुरा गांव में 56 वर्षीय महिला चतरू बाई भी जांच में स्वाइन फ्लू पॉजीटिव मिली है। इससे पहले भी गत 15 दिनों में 4 स्वाइन फ्लू व 2 स्क्रब टायफस के रोगी सामने आ चुके हैं। इसके बावजूद चिकित्सा विभाग ने क्षेत्र में एंटी लार्वा एक्टिविटी व एमएलओ, टेमीफॉस का छिड़काव नहीं कराया।