एक विक्षिप्त युवक ने गांधी चौराहा पर लगी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के गले में कोई पुराना टायर डाल दिया। कुछ ही मिनट बाद आसपास मौजूद लोगों ने तत्काल टायर को उतारकर फेंक दिया लेकिन कुछ लोगों ने अपने मोबाइल से फोटो लेकर इसे सोश्यल मीडिया पर पोस्ट कर दिया।
पुलिस एवं प्रशासन ने तत्काल युवक को ढूंढकर उसे शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस एवं प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सांगोद निवासी देवकरण चौराहे पर कहीं से घूमता हुआ आया। उसने सर्किल पर चढ़कर एक टायर प्रतिमा के गले में तो दूसरा पैर वाले हिस्से में डाल दिया। युवक गांधी प्रतिमा से कुछ और छेड़छाड़ करता इससे पहले ही वहां मौजूद कुछ लोगों ने दौड़कर उसे नीचे उतारा तथा टायरों को हटाया।
कई शिकायतें हैं आरोपित युवक देवकरण यहां काशीपुरी अस्पताल में एम्बूलेंस चालक है। कई माह से उसका मानसिक संतुलन बिगड़ा हुआ है। आए दिन शराब पीकर अस्पताल आने, कर्मचारियों से झगडऩे, चिकित्सकों को धमकियां देने जैसी कई शिकायतें पूर्व में भी देवकरण की अस्पताल प्रशासन तक पहुंच चुकी हैं।
उसकी शिकायत जिला स्तर तक भी की गई। लेकिन हर बार विभाग ने उसकी मनोदशा देख कार्रवाई से पल्ला झाड़ लिया। पहले गर्मा चुका है मामला उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष शहीद दिवस के दिन नगरपालिका प्रशासन ने चौराहे के सौन्दर्यीकरण के लिए सर्किल पर लगी बापू की प्रतिमा को हटा दिया था।
इस मामले को लेकर कांग्रेस ने नगर में ही नहीं जिला स्तर पर भी धरना प्रदर्शन किया था और पालिका प्रशासन को जमकर आड़े हाथ लिया था। देवकरण 22 अप्रेल से अस्पताल से अनुपस्थित है। पूर्व में भी इसके खिलाफ कई शिकायतें आ चुकी हैं। जिससे उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया है। उच्चाधिकारी इसकी मानसिक हालत की जांच करवाने की बात कहते हैं लेकिन यहां यह सुविधा नहीं है।
डॉ. ओपी सामर अस्पताल प्रभारी