वाहन चोरी व नकबजनी की 34 वारदातों का पुलिस ने किया खुलासा
बाल कल्याण समिति की रोस्टर सदस्य मधुबाला शर्मा ने बताया कि पुलिस ने एक किशोरी को पेश किया। किशोरी ने पूछताछ में बताया कि 17 जून 2022 को मां से झगड़ा होने पर गुस्से में घर से निकल गई। किशोरी घर से कुछ भी लेकर नहीं निकली तो उसके पास रहने व खाने की व्यवस्था नहीं होने पर एक सहेली के सहयोग से पीजी में कमरा लेकर रहने लगी। किशोरी ने बताया कि उसके पास मात्र 1500 रुपए थे। मकान मालिक किराया मांगने लगा तो पहले माह 1500 रुपए दे दिए और बाकी पैसे अगले माह देने की बात कही। दो माह होने पर मकान मालिक ने किराया मांगा तो रविवार रात किशोरी घर पहुंच गई। पुलिस ने बालिका को सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश कियाए जहां से किशोरी को संरक्षण की आवश्यकता होने पर बालिका होम में अस्थाई आश्रय दिलवाया गया।
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सात हजार में लिया कमरापूछताछ में किशोरी ने बताया कि सहेली की मदद से विज्ञान नगर क्षेत्र में 7 हजार रुपए प्रतिमाह में पीजी में कमरा किराए पर लिया। दो माह का किराया 14 हजार हो जाने पर मकान मालिक ने किराया मांगा तो किशोरी घबरा गई और 13 अगस्त की रात्रि में घर पहुंच गई।
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मकान मालिक की लापरवाहीकोटा शहर पुलिस ने हॉस्टल या घरों में किराए पर रहने वाले सभी किराएदारों की सूची मय फोटो आईडी संबंधित पुलिस थाने में जमा करवाने व किराएदार का सत्यापन कराने के निर्देश दे रखे हैं। इसके बावजूद मकान मालिक किराए के लालच में किराएदार को बिना सत्यापन कराए ही रख लेते है। किशोरी की गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज थी और इसकी सूचना भी सभी थानों में होगी। मकान मालिक इस किशोरी के सत्यापन के लिए कागजात थाने में जमा कराता तो लापता किशोरी का पहले पता चल चुका होता।