आसान है ऑर्गन रिट्राइवल की परमिशन मिलना..जानिए क्या कहते है विशेषज्ञ
रविवार को घातक रसायनों का ढूंढकर उनके प्रभाव पर काबू पाने का सीआईएसएफ और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने संयुक्त रूप से पूर्वाभ्यास किया। रविवार को जैसे ही सीआईएसएफ को सूचना मिली कि दुश्मन ने आरएपीपी प्लांट की परिधि सीमा के प्रवेश द्वार के पास से रसायनिक हमला किया है तो तुरंत राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की छठी बटालियन और सीआईएसएफ के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया। सीआईएसएफ ने अपने डॉग स्क्वायड की मदद से छुपे हुए रसायनों और विस्फोटक सामग्री का पता लगाकर उनकी जांच की।पूर्वाभ्यास के दौरान राजस्थान परमाणु बिजलीघर की इकाई 3 व 4 के केन्द्र निदेशक राजू मनोहर गोडबोले, सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार सुरक्षा विभाग के अपर मुख्य अभियंता जी.डी. मेघनानी, मानव संसाधन प्रमुख राजीव दुधे, वरिष्ठ प्रबंधक आरएल. बुनकर, उपप्रबंधक सीबीएस चौहान, वरिष्ठ तकनीकी अभियंता उपकार रस्तोगी सीआईएसएफ कमाडेंट संजीत कुमार, एनडीआरएफ की छठीं बटालियन ओर से टीम लीडर कुलदीप सिंह व डिप्टी टीम लीडर एसआर चौधरी मौजूद थे। संचालन वरिष्ठ अभियंता (सुरक्षा) सुनीश सक्सेना व सीआईएसएफ के सहायक कमाडेंट अमित राणा ने किया।