जान देने वाले युवक मोतीलाल की उम्र महज 38 साल थी। वह पिछले एक वर्ष से अधिक समय से मुंह व गले के केंसर से पीडि़त था। उपचार करवाने के लिए रुपए खत्म हो गए और दर्द भी अब नासूर बन चुका था। इस पर त्नी संतानहीनता के चलते पत्नी के आंसूओं ने उसे अवसाद में पहुंचा दिया। उधर पत्नी गुड्डीबाई (35) भी अपने पति का दर्द देख बेहद परेशान थी। चिकित्सकों ने भी मोतीलाल को जवाब दे दिया था। इस पर मोतीलाल का रोज दर्द से तड़पना व उपचार के लिए रुपए नहीं होने से गुड्डी परेशान थी। इस पर शादी के संतान नहीं होने से भी वह परेशान थी। एेसे में शुक्रवार को दोनों घर से पानी की बोतलें लेकर घर से टकरावदा रेलवे ट्रेक पर जान दे दी। मृतक के पिता परसराम ने बताया कि दोनों की शादी को चार वर्ष से अधिक हो चुके थे।सीमलिया थाने के एएसआई अब्दुल कलाम ने बताया कि दीगोद तहसील के गांव रूग्धी निवासी मोतीलाल व गुड्डीबाई की रेलवे ट्रक पर मौत की सूचना पुलिस को दी। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची और उसके मोतीलाल के आधार कार्ड से उसकी पहचान कर परिजनों को बुलवाया और शवों को कोटा एमबीएस लाया गया। जहां पुलिस ने दोनों का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिए। पुलिस ने संदिग्ध अवस्था में मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।