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गतिरोध हुआ दूर, रीछडि़या में बसेंगे विस्थापित…

locationकोटाPublished: Oct 23, 2019 12:10:34 am

Submitted by:

Anil Sharma

बैठक में दोनों गांवों के बीच बनी सहमति….ताकली बांध सिंचाई परियोजना का मामला…

ramganjmandi, kota

उप जिला कलक्टर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में मौजूद अधिकारी व ग्रामीण।

रामगंजमंडी. ताकली बांध विस्थापितों की एक समस्या का मंगलवार को आपसी सहमति से समाधान हो गया। सारनखेड़ी के विस्थापित अब रीछडि़या की पठारी पर बसेंगे। इस बारे में मंगलवार को उप जिला कलक्टर चिमनलाल मीणा की अध्यक्षता मे रीछडिय़ा व सारनखेडी गांव के विस्थापितों की हुई बैठक में सहमति बनी। सहमति बनने के बाद जिला कलक्टर सारनखेडी के विस्थापितों के लिए रीछडिय़ा की पठारी मे भूखंड आवंटन प्रक्रिया को अमल में लाने की कार्रवाई करेंगे।
जानकारी के अनुसार ताकली बांध लघु सिंचाई परियोजना में सात गांवों के विस्थापितों को बसाने के लिए भूखंड का आवंटन किया हुआ है। सारनखेड़ी में रहने वाले विस्थापित परिवारों के लिए चन्द्रपुरा में भूमि का आवंटन किया गया था। सारनखेड़ी में रहने वाले परिवार चन्द्रपुरा में बसने को तैयार नहीं थे। पिछले दिनों जिला कलक्टर विस्थापितों से मिलने रीछडिय़ा आए तो उन्होंने अपनी भावनाओं से कलक्टर को अवगत कराया था।
कलक्टर ने दिए थे निर्देश

जिला कलक्टर ओमप्रकाश कसेरा ने उप जिला कलक्टर को इस मामले में रीछडिय़ा व सारनखेडी गांव के लोगों की संयुक्त बैठक बुलाकर दोनों के बीच सहमति बनाने व सहमति के बाद पत्रावली उन्हें भेजने के निर्देश दिए थे। इसके बाद मंगलवार को तहसील सभागार में रीछडिय़ा सरपंच भूपेन्द्र सिंह शक्तावत, पूर्व सरपंच राधेश्याम मीणा सहित रीछडिय़ा व सारनखेडी गांव के ग्रामीणों की बैठक हुई। उपजिला कलक्टर की अध्यक्षता में हुई बैठक में तहसीलदार राजेन्द्र कुमार शर्मा, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता देवेन्द्र कुमार अग्निहोत्री, सहायक अभियंता दुलीचंद, अनिल कुमार शामिल थे। करीब एक घंटे से अधिक समय तक यह बैठक चली जिसमें दोनों गांवों से आए ग्रामीणों के बीच सहमति बन गई।
तीन सौ परिवारों को मिलेंगे भूखंड

सारनखेड़ी में वर्तमान में तीन सौ परिवार रहते हैं। इन परिवारों को जिला कलक्टर की स्वीकृति के बाद रीछडिय़ा की पठारी में भूखंड का आवंटन किया जाएगा। सोहनपुरा, तमोलिया, तालियाबरड़ी, दुड़कली, दडिय़ा सहित पांच गांवों के सात सौ पिचहत्तर परिवारों को यहां पूर्व में भूखंड आवंटन किया जा चुका है। तीन सौ परिवारों को भूखंड आवंटन होने के बाद छह गांवों के 1075 परिवार यहां निवास करेंगे।
नूरपुरा में बसेंगे रघुनाथपुरा के लोग

ताकली बांध विस्थापित सात गांवों में से एक गांव रघुनाथपुरा को नूरपुरा में बसाने के लिए भूखंड का आवंटन किया जा चुका है। जबकि डूब में शामिल तालियाबरड़ी के परिवारों ने रीछडि़या पठारी में मकानों का निर्माण कराकर वहां रहना शुरू कर दिया है।
तमोलिया के कुछ विस्थापितों ने आवंटित भूखंड पर नींव कुर्सी की हुई है। अधिकांश परिवार राज्य सरकार की ओर से मिलने वाली आवास अनुग्रह राशि का इंतजार कर रहे हैं।

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