इस परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्रों को एम्स के न्यू दिल्ली, भोपाल, जोधपुर , ऋ षिकेश, भुवनेश्वर, पटना, गुंटूर, नागपुर, रायपुर के मेडिकल कॉलेजों में 807 एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश मिलेगा। देशभर से करीब तीन लाख स्टूडेंट्स ने एम्स परीक्षा दी है। एक्सपर्ट डॉ. अमित गुप्ता ने बताया कि परीक्षा परिणाम देखने के लिए स्टूडेंट को अपनी आईडी, पासवर्ड व सेक्यूरिटी कोड दर्ज करना होगा।
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परीक्षा परिणाम के अनुसार ही एक अलग से मेरिट लिस्ट एवं रैंक वर्गों के अनुसार तैयार होगी। इसके बाद मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया होगी। मेरिट के आधार पर होगी काउंसलिंग। Read more:आखिर ऐसी क्या वजह है कि 70 फीसदी महिला कांस्टेबल नहीं ले पाती है समय पर फैसला
मेरिट के आधार पर होगी काउंसलिंग
एक्सपर्ट रमेश शारदा ने बताया कि मेरिट सूची के आधार पर स्टूडेंट को काउंसलिंग प्रक्रिया के लिए बुलाया जाएगा।इसके बाद मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया होगी।
मेरिट के आधार पर होगी काउंसलिंग
एक्सपर्ट रमेश शारदा ने बताया कि मेरिट सूची के आधार पर स्टूडेंट को काउंसलिंग प्रक्रिया के लिए बुलाया जाएगा।इसके बाद मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया होगी।
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मेरिट के आधार पर होगी काउंसलिंग सभी एम्स संस्थानों के लिए काउंसलिंग अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान नई दिल्ली द्वारा ऑफ लाइन मोड से की जाएगी। एक्सपर्ट रमेश शारदा ने बताया कि मेरिट सूची के आधार पर स्टूडेंट को काउंसलिंग प्रक्रिया के लिए बुलाया जाएगा। सभी एम्स संस्थानों के लिए काउंसलिंग अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान नई दिल्ली द्वारा ऑफ लाइन मोड से की जाएगी। आवंटन सीटों की उपलब्धता, छात्र की रैंक एवं भरे हुए विकल्पों पर होगा। छात्रों को कॉल लेटर में दर्ज तिथि व केंद्र पर उपस्थित होना होगा। रैंक के अनुसार छात्रों को अपनी पसंद के कॉलेज को चुनना होगा।