फोन टेपिंग जैसी बातें भाजपा की उड़ाई हुई: धारीवाल
कोटाPublished: Aug 08, 2020 06:31:46 pm
पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र सिंह ने जैसलमेर के सूर्यगढ़ पैलेस में ठहरे आधा दर्जन विधायकों के फोन टेपिंग की आधारहीन व मिथ्या अफ वाह फैलाने के संबंध में साइबर थाने को जांच कर नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
कोटा. राजस्थान के सियासी दंगल में अब हर किसी का इंतजार विधानसभा के सत्र पर है। इस बीच गहलोत कैंप पर बड़ा आरोप लगाया गया कि जैसलमेर के जिस होटल में जो विधायक और मंत्री रुके हुए हैं उनका फोन टेप किया जा रहा है। इस बारे में राजस्थान पत्रिका ने नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल से बात की तो उन्होंने कहा, यह सब भाजपा की उड़ाई गई बातें हैं, इनमें कोई सत्यता नहीं। जैसेलमेर में सब ठीक चल रहा है। पायलट गुट के आरोप के दावों की बात पर धारीवाल ने कहा, उनके पास ऐसा कोई यंत्र नहीं है जिससे फोन टेप किया जा सके। उन्होंने कहा, जैसलमेर कैंप के सभी विधायक-मंत्री एकजुट हैं। उधर, पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र सिंह ने जैसलमेर के सूर्यगढ पैलेस में ठहरे आधा दर्जन विधायकों के फ ोन टेपिंग की आधारहीन व मिथ्या अफ वाह फैलाने के संबंध में साइबर थाने में दर्ज मामले की जांच कर नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
महानिदेशक ने जयपुर पुलिस कमीशनर आनंद श्रीवास्तव को इस संबंध में तत्काल जांच की कार्यवाही पूर्ण कर दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। महानिदेशक पुलिस ने यह स्पष्ट किया है कि राजस्थान पुलिस की किसी भी यूनिट द्वारा किसी भी विधायक या सांसद की टेपिंग न तो पूर्व में की गई और न ही वर्तमान में की जा रही है।
इन्टरकॉम से हुई बातचीत को रिकॉर्ड करने का आरोप भी मिथ्या व काल्पनिक है। राजस्थान पुुलिस हमेशा आपराधिक कृत्य को रोकने का कार्य करती है और अवैधानिक टेपिंग एक आपराधिक कृत्य है।
उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया पर आधारहीन, मिथ्या व भ्रम फैलाने की दृष्टि से एक तथाकथित सूचना प्रसारित की जा रही है कि जैसलमेर के सूर्यगढ़ पैलेस में ठहरे आधा दर्जन विधायकों के फ ोन अवैधानिक तरीके से टेप किए जा रहे हैं। राजस्थान पुलिस ने आम जन से कतिपय शरारती तत्वों की ओर से दुर्भावनावश एवं निहित स्वार्थवश सोशल मीडिया के जरिये फैलाई जा रही अफ वाहों पर ध्यान नहीं देने की भी अपील की है।
सिंह ने स्पष्ट किया है कि मिथ्या सूचनाओं का प्रसारण अवैधानिक है अत: आमजन को मिथ्या सूचनाओं के प्रसारण से बचने की सलाह दी गई है।