इनके प्रयासों से मिली हरी झंडी यूडीएच मंत्री शांति कुमार धारीवाल के प्रयासों से राज्य सरकार की ओर से जलदाय विभाग को कोटा विवि तक पाइप लाइन बिछाने की हरी झंडी मिल चुकी है। बजट भी जारी किया जा चुका है। विभाग को निविदा जारी कर पाइप लाइन बिछाने का कार्य करना है। प्रस्ताव स्वीकृति के लिए फाइल जयपुर भिजवाई गई है, लेकिन वह लौटकर नहीं आई है। इस कारण आगे का कार्य शुरू नहीं हो सका।
यह भी पढ़े:
https://www.patrika.com/kota-news/neet-ug-2021-323-mbbs-seats-vacant-7477542/ साढ़े 13 करोड़ होंगे खर्च कोटा विवि तक पाइप लाइन बिछाने के लिए साढ़े 8 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी। इसके अलावा कोटा विवि प्रशासन की ओर से भी करीब 5 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी। विवि प्रशासन खुद के खर्च पर पानी संग्रहण के लिए टैंकर बनाएगा। टंकियों व अंदर पाइप लाइन बिछाने का कार्य करवाएगा।
पत्रिका लगातार उठा रहा मामला कोटा विवि की स्थापना 2003 में हुई थी। कई सरकारें आई और चली गई, लेकिन पाइप लाइन नहीं बिछ पाई। अकेलगढ़ से कोटा विवि तक पाइप लाइन बिछेगी। इस मामले में राजस्थान पत्रिका भी समय-समय पर मामला उठाकर अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकर्षित कर रहा है।
यह भी पढ़े:
https://www.patrika.com/kota-news/registration-of-65-researchers-who-do-not-submit-research-work-will-be-7477446/ इनका यह कहना कोटा विवि तक पाइप लाइन बिछाने के लिए बजट जारी हो चुका है। पाइप लाइन बिछाने के लिए प्रस्ताव जयपुर भिजवाया गया है। वहां से स्वीकृति के बाद जलदाय विभाग निविदा जारी करेगा। उसके बाद पाइप लाइन बिछाने का कार्य शुरू हो सकेगा।
आरके उपाध्याय, कुलसचिव, कोटा विवि, कोटा कोटा विवि को टेंडर प्रीमियम जमा करवाना होगा। उसकी कमी सामने आई थी। कोटा विवि प्रशासन ने उसकी अनुमति दे दी। प्रस्ताव जयपुर मुख्यालय भिजवा दिया है। वहां से स्वीकृति के बाद निविदा प्रक्रिया जारी होगी।
श्याम माहेश्वरी, अधिशासी अभियंता, जलदाय विभाग, कोटा