बाघ की मौत के बाद तीन अधिकारियों पर गिरी गाज
कोटाPublished: Aug 05, 2020 12:38:51 am
मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में बाघ-बाघिन की मौत बाद दवाब बढ़ा तो राज्य सरकार ने तीन अधिकारियों को कोटा से हटा दिया है।
मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व
कोटा. मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में बाघ-बाघिन की मौत के बाद राज्य सरकार ने विभाग ने मंगलवार को एक्शन लिया। इसकी गाज सहायक वन संरक्षक पर गाज गिरी है। बाघिन की मौत के विभाग के सहायक वन संरक्षक राजेश शर्मा को निलंबित कर दिया गया। निलंबन अवधि में शर्मा का मुख्यालय कार्यालय प्रधान मुख्य वन संरक्षक जयपुर में रहेगा।
वहीं मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में बाघिन की मौत के बाद भारतीय वन सेवा के दो अधिकरियों को एपीओ कर दिया। सूत्रों के अनुसार, प्रथम दृष्टया इन अधिकारियों को जिम्मेदार माना है। मुख्य वन संरक्षण पदेन फील्ड निदेशक आनंद मोहन और उप वन संरक्षक वन्यजीव डॉ. टी.मोहनराज को एपीओ किया है। इनके हटाए जाने के बाद वन मंत्री के आदेश पर उच्च अधिकारियों की टीम बाघ की मौत के कारणों की जांच करेगी।
इन दो आईएफ एस अधिकारियों को एपीओ करने के बाद सरकार ने रात को पांच आईएफ एस के तबादले कर दिए। इनमें से तीन अधिकारियों को कोटा में लगाया गया है। तबादला सूची में मनोज पाराशर को मुख्य वन संरक्षक कोटा अमर सिंह गोठवाल को वन संरक्षक भरतपुर, बीजो जॉय को उप वन संरक्षक, मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व, सुदर्शन शर्मा को उप वन संरक्षक, सरिस्का बाघ परियोजना और आलोक नाथ गुप्ता को उप वन संरक्षक, वन्यजीव कोटा के पद पर लगाया गया है। पाराशर, जॉय, शर्मा और गुप्ता फि लहाल स्थानांतरणाधीन हैं, जिनका 2 अगस्त की सूची में ही तबादला किया गया था।