पर्यटक दल की सदस्य सुजेन ने रिवर फ्रंट को लेकर कर्मचारियों से बात की। उन्होंने इसे अद्भुत शिल्प बताया। इस दौरान मॉन्यूमेंट्स फाउंटेन, चंबल माता की मूर्ति और लोक कलाकारों की प्रस्तुतियां देखकर पर्यटक रोमांचित नजर आए। पर्यटकों ने नंदी की विशाल प्रतिमा के साथ सेल्फी ली और कई मोन्यूमेंट्स के साथ रील भी बनाई। नगर विकास न्यास के सचिव मानसिंह मीणा ने बताया कि एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत कोटा में चम्बल रिवर फ्रंट देखने पहुंचे जर्मनी के सैलानियों का राजस्थानी परम्परा के अनुसार माला पहनाकर व तिलक लगाकर स्वागत किया गया। चंबल रिवर फ्रंट देखकर सैलानी खुश नजर आए। जर्मनी से आए स्टूडेंट और फैकल्टी ने रिवर फ्रंट के पश्चिमी और पूर्वी छोर पर बने मोन्यूमेंट व नजारों को दिखा और कमरे में कैद किया। विदेशी सैलानियों ने रिवर फ्रंट व डिजाइन की प्रशंसा की। गाइड ने दी मोन्यूमेंट की जानकारी जर्मनी से पहुंचा 14 सदस्यीय दल विदेशी सैलानियों को ई-कार्ट के जरिए रिवर फ्रंट के दोनों किनारों पर घुमाया गया। गाइड ने उन्हें सभी मोन्यूमेंट की जानकारी दी। उन्होंने सवाल भी पूछे। रिवर फ्रंट पर जमकर फोटो खिंचवाए।
पर्यटक दल की सदस्य सुजेन ने रिवर फ्रंट को लेकर कर्मचारियों से बात की। उन्होंने इसे अद्भुत शिल्प बताया। इस दौरान मॉन्यूमेंट्स फाउंटेन, चंबल माता की मूर्ति और लोक कलाकारों की प्रस्तुतियां देखकर पर्यटक रोमांचित नजर आए। पर्यटकों ने नंदी की विशाल प्रतिमा के साथ सेल्फी ली और कई मोन्यूमेंट्स के साथ रील भी बनाई। नगर विकास न्यास के सचिव मानसिंह मीणा ने बताया कि एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत कोटा में चम्बल रिवर फ्रंट देखने पहुंचे जर्मनी के सैलानियों का राजस्थानी परम्परा के अनुसार माला पहनाकर व तिलक लगाकर स्वागत किया गया। चंबल रिवर फ्रंट देखकर सैलानी खुश नजर आए। जर्मनी से आए स्टूडेंट और फैकल्टी ने रिवर फ्रंट के पश्चिमी और पूर्वी छोर पर बने मोन्यूमेंट व नजारों को दिखा और कमरे में कैद किया। विदेशी सैलानियों ने रिवर फ्रंट व डिजाइन की प्रशंसा की। गाइड ने दी मोन्यूमेंट की जानकारी जर्मनी से पहुंचा 14 सदस्यीय दल विदेशी सैलानियों को ई-कार्ट के जरिए रिवर फ्रंट के दोनों किनारों पर घुमाया गया। गाइड ने उन्हें सभी मोन्यूमेंट की जानकारी दी। उन्होंने सवाल भी पूछे। रिवर फ्रंट पर जमकर फोटो खिंचवाए।