उन्होंने बताया कि शटडाउन के दौरान अकेलगढ़ परिसर समेत अन्य स्थानों पर भी कार्य किए गए। अकेलगढ़ परिसर में गत दिनों ट्रांसफार्मर खराब हो गया था, इसके स्थान पर वैकल्पिक व्यवस्था कर दूसरा ट्रांसफार्मर लगाया गया था, इसे वापस बदला गया। इसके अलावा परिसर में 1100 व 600 एमएम की लाइन से हो रहे लीकेज को प्लेट लगाकर बंद किया गया। इसे काफी मात्रा में पानी व्यर्थ बह रहा था।
खुला विश्वविद्यालय के पास यूआईटी फीडर लाइन की 500 एमएम मोटी पाइपलाइन की मरम्मत का कार्य करवाया गया। विज्ञान नगर में 800 एमएम की करीब 50 फीट लंबी जर्जर लाइन को भी बदलने का कार्य किया गया। अन्य आवश्यक कार्य भी करवाए गए। कार्य देर शाम तक जारी था।
मरम्मत कार्य के दौरान विभाग के सहायक अभियंता कमलेश मंडावत के अलावा नगर विकास न्यास के अभियंता भी उपस्थित रहे। मेहरा ने बताया कि कार्य पूर्ण होते ही पंप चालू कर दिए जाएंगे। शुक्रवार को जलापूर्ति शुरू कर दी जाएगी। मरम्मत कार्य होने से लीकेज में बह रहे पानी की बचत होगी।
शटडाउन 14 अक्टूबर को ही लिया जाना था, लेकिन कारणवश इसके स्थान पर गुरुवार को लिया गया। इधर विभाग ने शटडाउन की सूचना लोगों को दे दी थी । इधर सुबह से शाम तक नल नहीं आने से जिन लोगों ने जल संग्रहित नहीं किया, उन्हे परेशानी उठानी पड़ी।कई इलाकों मेंं सुबह 10 बजे से पहले ही नल बंद हो गए। इससे भी लोग पर्याप्त मात्रा में जल संग्रहित नहीं कर सके।