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जिस 129 किलो के वजनी शरीर पर लोग बनाते थे मजाक, दौड़ से 49 किलो घटाकर बने मिसाल अनुसंधान अधिकारी एएसआई विजय सिंह ने बताया कि अमृत कलश कॉलोनी निवासी शारदा देवी ने सितम्बर 2017 में थाने में मामला दर्ज कराया था। इसमें कहा था कि रेलवे में कार्यरत दिनेश भोजवानी उसकी सहयोगी मनप्रीत कौर के साथ उनके घर आया। उसने बताया कि उन्होंने भविष्य को-ऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड के नाम से संस्था बना रखी है। इसमें रकम लगाने पर उन्हें अच्छा लाभ होगा। इसका लालच देकर दोनों ने उनसे 1.22 लाख रुपए लिए।
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समाजसेवी अन्ना हजारे
ने कोटा में पीएम मोदी पर कसा तंज, जानिए किस बात पर पीएम पर साधा निशानाउस संस्था में सपना भोजवानी भी एजेंट का काम करती है। उन्हें एक साल में यह रकम 1.60 लाख रुपए वापस करने का भरोसा दिलाया। विश्वास में आकर उन्होंने रकम दे दी, लेकिन एक साल बाद जब रकम लौटाने को कहा तो उन्होंने 1.60 लाख रुपए का फर्जी चेक उन्हें थमा दिया। इस तरह से तीनों ने मिलीभगत कर उनसे 1.22 लाख रुपए की धोखाधड़ी कर ली।
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विकार्स कार्यों के नाम पर वसूले करोड़ों, लेकिन खर्च के नाम पर कंजूसी दिखा रही राज्य सरकार एएसआई सिंह ने बताया कि आरोपितों ने रविन्द्र व ललित शर्मा से भी 1.22-1.22 लाख और जनार्दन से 61 हजार रुपए चेक से प्राप्त कर हड़प लिए। इस मामले में पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
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Walk O Run 2018 Health Expo: कोटा की सेहत के सबसे बड़े मेले का आज से आगाज, सेहत पर होगें व्याख्यान और सवाल-जवाबसपना भोजवानी व मनप्रीत कौर ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका पेश की थी। जहां से कोर्ट ने उन्हें 4 सप्ताह का समय दिया था। वह समय पूरा होने पर दोनों ने गुरुवार को एसीजेएम क्रम एक अदालत में समर्पण किया। जहां से उन्हें एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है।