जानकारी के मुताबिक गीगचा निवासी राकेश हरिजन और धन्नालाल सहरिया शनिवार को पार्वती नदी में मछली पकडऩे गये थे। तेज बारिश के कारण पानी का बहाव ज्यादा होने के कारण वे नाथन महोदरी गांव के पास नदी में स्थित टीलू पर फंस गए। पानी का बहाव बढऩे पर वे दोनों पेड़ पर चढ़ गए।
जब दोनों युवक घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने इसकी जानकारी मलकित सिंह को दी। दोनों युवकों के पास मोबाइल भी था। मोबाइल पर युवकों ने बताया कि वह शनिवार दोपहर बाद 3 बजे घर से निकले थे। बाढ़ के चलते वे 16 घंटे से फंसे हुए हैं। इसके बाद युवकों से मिली जानकारी के आधार पर उनकी खोज की गई। इसकी सूचना नाहरगढ़ पुलिस थाने में भी दी गई। इसके बाद युवकों को बचाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां प्रारंभ हो गई। बारां से रेस्क्यू टीम बुलाई गयी। मौके पर टीम ने ग्रामीणों की मदद से टापू पर करने के प्रयास में नदी में गिरे युवक को बचाया। एसडीआरएफ टीम को पानी का बहाव तेज होने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। नदी में पेड़ होने से बोट चलाने में भी दिक्कत हुई। लगातार बारिश से भी बचाव अभियान में बार-बार बाधा पड़ रही थी। 24 घंटों की मशक्कत के बाद राकेश हरिजन उम्र 28 साल को सुरक्षित निकाल लिया गया। कुछ घण्टों बाद धन्नालाल उम्र 42 साल सहरिया को भी निकला गया। इस दौरान मौके पर पुलिस उपनिरीक्षक कजोड़मल, नायक तहसलीदार सुनील कुमार जंगम, सडीएम गौरव मित्तल मौजूद थे।
बिसलाई नदी में बाइक सवार बहे, सकुशल निकाला
किशनगंज. रामगढ़ से गांव लौट रहा बाइक सवार शनिवार शाम बिसलाई नदी की रपट पर पानी में बह गया। मौके पर मौजूद लोगों ने उसे सुरक्षित निकाला। इस दौरान युवक की बाइक नदी मेे बह गई। मांगरोल थाना क्षेत्र के महलपुरा मोरडी गांव निवासी रामनिवास मीणा किसी काम से रामगढ़ आया था और वापस लौटते समय बिसलाई की रपट पर बाइक के साथ बह गया। रामगढ़ निवासी पूर्व पंचायत समिति सदस्य तुलसीराम बसवाल ने प्रशासन से बिसलाई नदी की क्षतिग्रस्त रपट पर ऊंची पुलिया के निर्माण की मांग की है।
पार्वती नदी उफान पर
मध्यप्रदेश में भारी बरसात से क्षेत्र से गुजर रही पार्वती नदी उफान पर है। शनिवार रात हुई बरसात से नदी में पानी की आवक बढ़ गई है। रविवार को बिसलाई नदी पर पानी की आवक से तेज बहाव हो गया- कूल नदी में पानी की आवक से काला पट्टा मार्ग बन्द हो गया।