पत्रिका डॉट कॉम ने उजागर की अफसरों की लापरवाही, मंत्री तक पहुंची शिकायत तो एमबीएस में मरीजों को मिला पानी
स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक उज्ज्वल राठौड़ ने मंत्री के निर्देश पर यूआईटी सचिव, नगर निगम आयुक्त एवं आवासन मंडल के उपायुक्त को कोटा में केडीएल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश जारी किए हैं। गौरतलब है कि एक पखवाड़े पहले केडीएल ने 60 करोड़ का बिजली का बिल इन कार्यालयों में भेजे थे। यह मामला नगरीय विकास एवं स्वायत्त शसन मंत्री शांति धरीवाल के समक्ष पहुंचा तो वे भी बिल की राशि देख चौंक गए और उन्होंने डीएलबी के मुख्य अभियंता (विद्युत) को शिकायत पत्र भेजकर जांच करवाने को कहा था।नेशनल हाइवे पर बस-ट्रक में जोरदार भिडंत, यात्रियों में मची चीख-पुकार, घायलों की मदद को दौड़े किसान
डीएलबी की निदेशक एवं संयुक्त सचिव उज्ज्वल राठौड़ ने निगम आयुक्त, न्यास सचिव तथा आवासन मण्डल कोटा के उप आयुक्त को पत्र भेजकर केईडीएल द्वारा करोड़ों रुपए का अनाधिकृत एवं अधिक बिल भेजने की संयुक्त रूप से जांच करवाने को कहा। जांच होने तक केईडीएल का 60 करोड़ का भुगतान तत्काल रोकने के निर्देश दिए गए थे।धारीवाल के शिकायत पत्र पर डीएलबी के अतिरिक्त मुख्य अभियंता (विद्युत) ने तीनों विभागों के अधिकारियों के साथ जांच करवाई तो केईडीएल द्वारा दिए गए बिजली बिलों में बड़ी गड़बड़ी मिलना सामने आया है।