बिना अनुमति शौचालय बनाने से पीडब्ल्यूडी ने लगाई रोक यूडीएच मंत्री के मौखिक आदेश के बाद नगर विकास न्यास को गोपाल निवास बाग के पास पीडब्ल्यूडी के उद्यान की भूमि को पहले पीडब्ल्यूडी से जमीन हस्तांतरित करना था, लेकिन भूमि हस्तांतरित की अनुमति लिए बिना ही यूआईटी ने जनवरी में जेसीबी मशीन से सार्वजनिक शौचालय निर्माण के लिए खुदाई कर दी। जमीन हस्तांतरित की अनुमति नहीं लेने पर पीडब्ल्यूडी विभाग के उद्यान अधीक्षक ने इस कार्य को रूकवा दिया। उद्यान अधीक्षक ने यूआईडी अधिकारियों को पहले पीडब्ल्यूडी विभाग के उच्चाधिकारियों से जमीन हस्तांतरित के लिए अनुमति मांगने की बात कही। उसके बाद निर्माण कार्य शुरू करने के लिए कहा है, लेकिन यूआईटी अधिकारियों ने बीते पांच माह में जमीन हस्तांतरित के लिए एक भी पत्र व्यवहार पीडब्ल्यूडी विभाग को नहीं किया। इसके चलते काम आगे नहीं बढ़ पाया है।
वैकल्पिक तौर पर खड़े किए चल शौचालय सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कार्य नहीं होने से लोगों की परेशानी को देखते हुए नयापुरा व्यापार संघ पदाधिकारियों के कहने पर नगर निगम ने वैकल्पिक तौर पर बृज टाकिज के सामने चल शौचालय खड़े किए है।
इनका यह कहना यूआईटी अधिकारी पीडब्ल्यूडी विभाग की जमीन पर बिना अनुमति सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कार्य करवा रहे थे। उसे रूकवाया था। यूआईटी से पीडब्ल्यूडी विभाग के उच्चाधिकारियों से अनुमति लेने के कहा है। यदि अनुमति मिलती है तो काम में कोई आपत्ति नहीं है।
- अमरीश शर्मा, गार्डन अधीक्षक, पीब्ल्यूडी विभाग - नयापुरा चौराहे पर सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कार्य शुरू करवा दिया था, लेकिन पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने आपत्ति जताई। हमने पीडब्ल्यूडी विभाग को जून में जमीन हस्तांतरित करवाने के लिए पत्र लिख दिया है। अनुमति मिलने पर निर्माण कार्य शुरू करवा दिया जाएगा।
- अमित गर्ग, सहायक अभियंता, यूआईटी