संयोजक अनिल तिवारी ने बताया कि यह व्यवस्था प्रतिदिन दोपहर 4:00 बजे से 6:00 बजे तक तुलसी माता मंदिर पर रहेगी। इस अवसर पर ब्राह्मण कल्याण ,समाज सेवक अरुण भार्गव, जिला प्रभारी दिनेश शर्मा, महानगर अध्यक्ष धर्मेंद्र दीक्षित, महानगर महामंत्री हर्षित गौतम, संतराम सेवादास एवं वनदेवी उपस्थित रहे।
वट सावित्री के दिन सभी सुहागन महिलाएं पूरे 16 श्रृंगार कर बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं। ऐसा पति की लंबी आयु की कामना के लिए किया जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार, इस दिन ही सावित्री ने अपने दृढ़ संकल्प और श्रद्धा से यमराज द्वारा अपने मृत पति सत्यवान के प्राण वापस पाए थे। इसके अलावा माना जाता है कि इस दिन शनिदेव का जन्म हुआ था। इसलिए इस दिन वट और पीपल की पूजा कर शनिदेव को प्रसन्न किया जाता है।