पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे स्वयं, परिवार व मित्रों के नाम विभिन्न बैंकों में ऑनलाइन खाता खुलवाकर डेबिट कार्ड प्राप्त कर लेते। विभिन्न बैंकों के डेबिट कार्ड से एसबीआई के एटीएम पर लेनदेन करते समय मशीन के साथ छेड़छाड़ कर लेनदेन को बाधित कर असफल बताने का प्रयास किया और बैंक को टोल फ्री नम्बर पर असफल लेनदेन की शिकायत दर्ज करवाकर पुन: लेनदेन का पैसा बैंकों के खातों में प्राप्त कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया एटीएम में रुपए निकालने के दौरान जैसे ही नोट मशीन से बाहर आते उन्हें हाथ से पकड़ लेते और एटीएम के पीछे पावर पावर स्विच बंद कर देते ऐसे में रुपए तो उन्हें मिल जाते लेकिन बैंक के रिकार्ड में लेनदेन असफल दर्ज होता। ऐसे में आरोपी इसकी शिकायत बैंक की पोर्टल पर क्लेम दर्ज करवाकर पैसा अपने बैंक खाते में प्राप्त कर लेते थे।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 6 राज्यों के 9 शहरों में आगरा, गुडग़ांव, झांसी, इंदौर, नीमच, नागपुर, नासिक, विजयवाड़ा, निजामाबाद व उत्तरप्रदेश में भी एटीएम से धोखाधड़ी की वारदात कबूल की है। आरोपियों ने राजस्थान में कोटा, झालावाड़, जयपुर, बाड़मेर व अलवर में एटीएम पर धोखाधड़ी की वारदात कबूल की है।