कोटा

इनकी लापरवाही की वजह से आठ किलोमीटर दूर जाना पड़ेगा वोट डालने..

निर्वाचन विभाग की लापरवाही
 

कोटाMar 23, 2019 / 04:58 pm

Rajesh Tripathi

इनकी लापरवाही की वजह से आठ किलोमीटर दूर जाना पड़ेगा वोट डालने..

मोड़कस्टेशन. क्षेत्र में निर्वाचन विभाग की कथित लापरवाही के चलते दो नव मतदाताओं को अपने मतदान केंद्र से आठ किलोमीटर दूर मतदान के लिए जाना पड़ेगा। मतदाताओं ने निर्वाचन विभाग से उनके ग्रह मतदान केन्द्र पर ही नाम जोडऩे की मांग की है।
मोड़क भाजपा बूथ केन्द्र प्रभारी महावीर जैन ने बताया कि मोड़क गांव निवासी शिवानी गुप्ता व हर्षवर्धन गुप्ता ने मोड़क गांव स्थित मतदान केन्द्र पर मतदाता सूची में नाम जोडऩे के लिए फ ार्म भरा था। बीएलओ द्वारा फ ार्म भरने के बाद अग्रिम कार्यवाही के लिए आगे प्रेषित कर दिया। शुक्रवार को जब दोनों ने मतदाता सूची में अपना नाम देखा तो बुधखान पंचायत के सालेड़ा कला में नाम मिला। सालेड़ा कला में नाम आने के बाद दोनों नव मतदाताओं ने बीएलओ को मामले से अवगत कराया है।
करेंगे प्रयास
मामले की जानकारी मिली है। मतदाता सूची का प्रकाशन हो चुका है फि र भी यदि सम्भव हुआ तो मतदाताओं का नाम स्थानांतरित करने का प्रयास करेंगे।
चिमनलाल मीणा, निर्वाचन अधिकारी रामगंजमंडी।

इधर..इम्तहान को भटकेंगी छात्राएं, कॉलेज में बिछेगी चुनावी जाजम
कोटा.तीन राजकीय महाविद्यालयों की करीब चार हजार छात्राओं को परीक्षाओं से पहले सियासी इम्तहान से गुजरना होगा। निर्वाचन आयोग और जिला प्रशासन ने चुनावी कामकाज निपटाने के लिए जेडीबी कैंपस में चल रहे तीनों गल्र्स डिग्री कॉलेज अधिग्रहित कर लिया है। ऐसे में इन छात्राओं को परीक्षाएं देने के लिए आठ से दस किमी चक्कर और लगाना पड़ेगा।
लोकसभा चुनाव संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने जेडीबी कन्या महाविद्यालय परिसर में चुनावी जाजम बिछाना शुरू कर दिया है। आयोग ने 25 मार्च से लेकर पूरी चुनावी प्रक्रिया खत्म होने तक कॉलेज को अधिग्रहित कर लिया। कैंपस के 141 कमरे और हॉल में से अधिकतर को अधिग्रहित कर लिया गया है।
मुश्किल में छात्राएं
कोटा विश्वविद्यालय ने संस्थागत परीक्षार्थियों के साथ-साथ स्वयंपाठी छात्राओं की परीक्षा संपन्न कराने के लिए जेडीबी के तीनों कॉलेजों को परीक्षा केंद्र बनाया है। आट्र्स कॉलेज की करीब 3500, साइंस में करीब 700 और कामर्स में करीब 550 छात्राओं को परीक्षा देनी थी, लेकिन चुनावी कामकाज के लिए कॉलेज अधिग्रहित होने के बाद अब कैंपस में सिर्फ साइंस सभी और कामर्स की अधिकतम 150 छात्राएं ही परीक्षा दे सकेंगी। बाकी छात्राओं को परीक्षा देने के लिए निजी कॉलेजों में भटकना पड़ेगा।
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