जलदाय विभाग की टंकियों से हो रही पानी चोरी
कोटाPublished: Oct 05, 2019 10:34:07 am
जलदाय विभाग (Water supply department ) की टंकियों से पानी चोरी (Water theft ) करना शुरू कर दिया
Water theft from tanks of water department
रावतभाटा. अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए असामाजिक तत्वों ने जलदाय विभाग (Water supply department ) की टंकियों से पानी चोरी (Water theft ) करना शुरू कर दिया है। यदि विभाग की माने तो माह में दो से तीन बार किसी ने किसी कच्ची बस्ती में वॉल खोलकर पानी चोरी किया जा रहा है। प्रत्येक बार 5 लाख लीटर पानी चोरी हो रही है। यानि माह मेंं करीब 10 से 15 लाख लीटर पानी चोरी होता है। इससे विभाग को राजस्व की चपत तो लगती है। साथ ही शहर में पेयजल व्यवस्थाएं अलग से बिगड़ जाती है।
नगर परिषद क्षेत्र में 43 हजार आबादी है। इन लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए जलदाय विभाग की ओर से प्रतिदिन 50 लाख लीटर पानी की सप्लाई दी जाती है लेकिन फिर भी कई लोगों कीे जरूरतें पूरी नहीं होती है। उन्होंने जलदाय विभाग की टंकियों से पानी चोरी करना शुरू कर दिया है। जलदाय विभग के अधिकारियों का कहना है कि विभाग की ओर से पेयजल सप्लाई देने के लिए शहर को 12 जोन में बांट रखा है। पानी को फिल्टर करने के बाद जलदाय विभाग सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक सप्लाई देता है। निर्धारित समय पर पानी देने के लिए विभाग की ओर से पहले ही टंकियों को भर दिया जाता हैं। ताकि समय पेयजल सप्लाई दी जा सके लेकिन कच्ची बस्तियों में कई असामाजिक तत्व इसका फायदा उठाते हैं। उन्होंने पानी चोरी करने के लिए वॉल खोलने की डूप्लीकेट चाबी बना रखी है। वे निर्धारित समय से पहले ही वॉल खोल देते हैं। विभाग के कर्मचारी जब समय पर वॉल खोलने जाते हैं तो उन्हें पहले ही वॉल खुला मिलता है। जब आसपास के लोगों से पूछा जाता है तो कोई जनक जवाब नहीं मिलता है। उधर असमय वॉल खोलने से शहर में पेयजल व्यवस्था बिगड़ती है। कई लोगों को समय पर पानी नहीं मिलता है, जिससे विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को आमजन की नाराजगी का सामना करना पड़ता है।
इन बस्तियों मेें खुलते हैं वॉल
चारण बस्ती, इंद्रा कॉलोनी, चर्च बस्ती व ब्यावर बस्ती में पानी चोरी होता है। यहां की आबादी 1500 से 1700 है। यहां पर पानी की सप्लाई सुबह व दोपहर में होती है लेकिन डुप्लीकेट चाबी से लोग पहले ही वॉल खोल देते हैं, जिससे उक्त इलाके में पेयजल तो मिल जाता है लेकिन शहर के अन्य इलाकों में पेयजल व्यवस्था बिगड़ जाती है। इन इलाकों की आबादी 8 से 9 हजार है।
वर्जन
कच्ची बस्तियों में माह मेें दो से तीन बारी असामाजिक तत्व वॉल खोल देते हैं, जिससे करीब प्रत्येक पारी में 5 लाख लीटर पानी चोरी हो जाता है, जिससे शहर के अन्य इलाकों में भी पेयजल वितरण व्यवस्था बिगड़ जाती है।
अरविंद, जेईएन, जलदाय विभाग, रावतभाटा