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इन हथियारों से होता है दुश्मनों का हौसले पस्त

locationकोटाPublished: Sep 14, 2018 09:04:27 pm

Submitted by:

shailendra tiwari

सुबह 10 से शाम 6 बजे तक खुली रहेगी प्रदर्शनी, राष्ट्रीय अभियंता दिवस पर लगाई सैन्य हथियार प्रदर्शनी

kota news

इन हथियारों से होता है दुश्मनों का हौसले पस्त

कोटा. जेडीयू 23 एमएम टूबी गन 2500 मीटर तक दुश्मनों पर वार कर सकती है। एटीजेएम दुश्मनों के टैंकों को पलभर में धराशाही करने में समक्ष है। यह तो सिर्फ उदाहरण है, ऐसे कई सैन्य हथियार प्रदर्शित किए गए, डीसीएम रोड स्थित विज्ञान केन्द्र में। जिन्हें देखकर स्कूली विद्यार्थी रोमांचित हो उठे। अवसर था,
भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैय्या की जयन्ती के उपलक्ष में शुक्रवार से आयोजित सैन्य हथियारों की प्रदर्शनी का। प्रदर्शनी में युद्ध में काम आने वाले कई हथियारों को दिखाया गया। पहले दिन एक हजार संस्थाओं के विद्यार्थी प्रदर्शनी देखने पहुंचे। शनिवार को भी आमजन के लिए प्रदर्शनी खुली रहेगी।
मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैय्या की जयन्ती को राष्ट्रीय अभियंता दिवस के रूप में मनाया जाता है। 15 सितम्बर, 1861 को जन्मे विश्वेश्वरैय्या ने वर्ष 1883 में विज्ञान महाविद्यालय पूना से बीई की उपाधि प्रथम श्रेणी में प्राप्त की थी। उनकी जनहितकारी सेवाओं को देखते हुए वर्ष 1955 में उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर विज्ञान केन्द्र, क्षेत्रीय कार्यालय, कोटा में आयोजित प्रदर्शनी में इंफेन्टरी डिविजन, एयर डिफेंस डिविजन, इंजीनियरिंग कॉलेज कोटा, पॉलीटेक्निक कॉलेज कोटा आदि संस्थाओं ने प्रदर्शनी लगाई। उद्घाटन मुख्य अतिथि विधायक संदीप शर्मा, विशिष्ट अतिथि एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक नवीन माहेश्वरी व कैप्टन आयुष शर्मा थे। अध्यक्षता परियोजना अधिकारी भुवनेश कुमार शर्मा ने की।
अभियांत्रिकी डिविजन द्वारा सेना के काम में आने वाले अत्याधुनिक उपकरणों, रडार एवं रासायनिक, जैविक, न्यूक्लियर हमलों से रक्षा करने वाले उपकरणों का प्रदर्शन किया। एयर डिफेंस डिविजन द्वारा अरावली वेपन सिस्टम का प्रदर्शन किया गया।
इनकी ये मारक क्षमता

जेडीयू 23 एमएम टूबी गन : यह 2500 मीटर तक दुश्मनों पर अटैक कर सकती है। यह मात्र 9.50 किग्रा की है। 1600 से 2000 तक राउंड प्रति मिनट बैरल पर चलते हैं।
81 एमएम मोटर : न्यूनतम 90 किमी व अधिकतम 5 हजार दूरी मारक क्षमता है। 45.300 किग्रा की है।

एटीजेएम : यह 4 किमी तक दुश्मनों के टैंक को तोडऩे में काम आती है।
बेटल फील्ड सरवणस रडार : यह बारिश, बर्फ में छिपे दुश्मनों पर अटैक कर सकती है।

84 एमएम रॉकेट लॉन्चर एमके तृतीय : यह 500 से 21 हजार किमी दूर 6 बार राउण्ड फायर कर सकती है।
5.56 एलएमजी गन : 30 गोली एक साथ फायर करती है।

40 एमएस अंडर बैरल लॉंन्चर ग्रेनेड

30 एमएम ऑटोमैटिक ग्रेनेड लॉन्चर : 17 व 1800 गन मशीन यह 7 किमी तक प्रभावित क्षेत्र में काम करती है।
माइन शूज : यह शूज भूमिगत विस्फोटक में बचाव के लिए काम आते हैं।

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