सर्दी के कारण लोगों की दिनचर्या देरी से शुरू हो रही है। देर तक लोग रजाइयों में दुबके रहे। बाइक पर ठंडी हवा शूल सी चुभती रही। दिनभर लोग ऊनी वस्त्रों में लदे नजर आए। कई लोग घरों व प्रतिष्ठानों के बाहर अलाव जलाकर तापते रहे। व्यापारी भी अपने प्रतिष्ठान बंद कर जल्द घरों को लौट गए। रात दस बजे बाद बाजारों में सन्नाटा पसर रहा है।
स्टेशन पर 6 डिग्री रहा पारा
मौसम विभाग के अनुसार, स्टेशन पर न्यूनतम तापमान 6 डिग्री रहा। जबकि नए कोटा में न्यनूतम तापमान 2 डिग्री बढ़कर 8.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। विजिबिलिटी 1200 मीटर रही। हवा की रफ्तार 4 किमी प्रति घंटे की रही।
मौसम विभाग के अनुसार, स्टेशन पर न्यूनतम तापमान 6 डिग्री रहा। जबकि नए कोटा में न्यनूतम तापमान 2 डिग्री बढ़कर 8.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। विजिबिलिटी 1200 मीटर रही। हवा की रफ्तार 4 किमी प्रति घंटे की रही।
तीन दिन और चलेगी शीतलहर मौसम केन्द्र के निदेशक आरएस शर्मा ने बताया कि आगामी तीन दिन और कोहरा व शीतलहर का जोर रहेगा। इससे औसत से नीचे तापमान रहेगा। उसके बाद ही कुछ तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है।
शीतलहर का प्रकोप
झालावाड़. पिछले दिनों हुई ओलावृष्टि के बाद बुधवार को जिला शीतलहर की चपेट में रहा। सुबह घना कोहरा छाया रहा। इसके बाद दिनभर शीतलहर चलती रही। इससे ठिठुरन बढ़ गई है। बारां व बूंदी में भी शीतलहर से सर्दी का जोर रहा।
झालावाड़. पिछले दिनों हुई ओलावृष्टि के बाद बुधवार को जिला शीतलहर की चपेट में रहा। सुबह घना कोहरा छाया रहा। इसके बाद दिनभर शीतलहर चलती रही। इससे ठिठुरन बढ़ गई है। बारां व बूंदी में भी शीतलहर से सर्दी का जोर रहा।
सरसों में हुए खराबे का सर्वे करवाने की मांग चेचट. बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि से क्षेत्र में सरसों की फसल में पचास फीसदी खराब हुआ है। बारिश के साथ चली हवा से सरसों की फसल खेतों में आड़ी पड गई। इससे फसल में आई फलियां खराब होने व फूल झडऩे से पचास फीसदी नुकसान है। एक माह में तीन बार हुई बेमौसम बारिश से अजवाइन में शत प्रतिशत एवं सरसों व धनिया में पचास फीसदी नुकसान है। अजवाइन की फसल बारिश व ओलावृष्टि से जमींदोज हो गई। वहीं धनिया की फसल में लगातार बारिश से नमी के कारण फसल में बाकडिय़ा रोग आने की आशंका है। कई खेतों में फसल रोग ग्रस्त हो चुकी है। सरसों की फलियां मिट्टी में मिलने से सड़ जाएंगी। जिन खेतों में फसल में फूल आ रहे हैं, उनके फूल झड़ चुके। किसानों ने अजवाइन, धनिया के साथ सरसों की फसल का भी सर्वे करवाने की मांग की।
किसान फसलों को लेकर चिंतित इटावा. क्षेत्र में पिछले एक सप्ताह से मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। बुधवार को भी क्षेत्र में सुबह से ही सर्दी का असर तेज रहा। सर्द हवा के कारण लोग घरों में कैद रहे। सर्दी के कारण जनजीवन प्रभावित रहा। वहीं क्षेत्र में पाला पडऩे के कारण सरसों, चने व धनिए की फसल में नुकसान की आशंका बनी हुई है। किसानों ने बताया कि मौसम में हो रहे बदलाव के कारण किसानों की फसलों damage to crops में भारी नुकसान होने का अंदेशा बना हुआ है। लोग जरूरी काम से ही बाहर निकले। व्यापारी दिन के समय में भी दुकानों पर अलाव तापते नजर आए।