साढ़े चार दशक से चल रहा सेवा कार्य : रेलवे स्टेशन पर जल सेवा दल का यह परोपकार कार्य करीब साढ़े चार दशक से अधिक समय से चल रहा है। जलसेवादल की प्लेटफार्म नंबर एक व दो पर दो प्याऊ है। दोनों प्लेटफार्म से गुजरने वाली प्रत्येक रेलगाड़ी मे यात्रियों को सुलभता से पानी उपलब्ध कराने के लिए रेलगाड़ी आने से पहले चालू कर दिया जाता है। प्लेटफार्म नंबर एक पर आरपीएफ चौकी के पास प्याऊ से पानी ट्रॉलियों में भरकर कार्यकर्ताओं का समूह जनरल डिब्बों के पास खड़ा होता है। रेलगाड़ी रूकने के साथ ठंडा पानी फ्री पानी की आवाजें सुनकर डिब्बों में सवार यात्रियों का समूह खाली बोतलें हाथ में लेकर पहुंचता है तो डिब्बे की खिड$की पर खाली बोतलें बाहर निकालने वाले यात्रियों के पास जलसेवादल कार्यकर्ता पहुंचकर उनकी बोतलों में पानी भरते है।
जलसंकट समय में चालू हुआ कार्य : रामगंजमंडी नगर में सन 1975 में जब जलसेवादल ने रेलवे स्टेशन से गुजरने वाली रेलगाडिय़ों में यात्रियों को ठंडा पानी पिलाने का कार्य चालू किया तो उस समय रामगंजमंडी नगर में गहरा जलसंकट था। आहू नदी से रामगंजमंडी को जलापूर्ति होती थी। हैड़पंपों पर पानी के लिए कतारे लगती थी। ऐसे समय में जलसेवादल से जुड़े कार्यकर्ता स्वयं हैड़पंप व रेलवे स्टेशन कुएं से पानी रस्सियों की सहायता से खींचते और बाल्टियों में पानी भरकर रेलवे स्टेशन पर आते थे। बुजुर्गाे के साथ नवयुवकों का समूह इस कार्य में शामिल होता था।
बढ़ता गया कारवां : रामगंजमंडी में जलसेवादल की स्थापना स्व. कश्मीरीलाल पंजाबी ने की। सबसे पहले उन्होंने रेलवे स्टेशन पर गुजरने वाली रेलगाडिय़ों मे पानी के अभाव में यात्रियों को होने वाली दिक्कतों को देखा तो मन में कसक अकेले अपने साधन लेकर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को पानी पिलाने पहुंच गए। उनके इस कार्य में धीरे धीरे लोगो ने सहयोग करना चालू किया। जल सेवादल में करीब पचास से ज्यादा कार्यकर्ताओं का समूह रेलयात्रियों को पानी पिलाने के पुनीत कार्य मे जुटा हुआ हैं।