सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से शेर व शेरनी की जोड़ी, जोधपुर माचिया से बाघिन महक लाए जाने का प्रस्ताव है। बाघ के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। नागालैंड से हिमालियन भालू व नाहर गढ़ से स्लॉथ बियर लाने की योजना है। सूत्रों के अनुसार, सीजेडआई से गत वर्ष स्वीकृति मिल गई थी, लेकिन पार्क का कार्य नहीं होने के कारण वन्यजीवों को नहीं लगाया गया। ऐसे में प्रक्रिया के तहत दोबारा अनुमति लेनी होती है। इन प्रस्ताओं को अभी स्वीकृति नहीं मिली है। इससे वन्यजीव प्रेमियों व पर्यटकों को इंतजार करना पड़ सकता है।
अभी ये वन्यजीव बायोलॉजिकल पार्क में अभी 75 के करीब वन्यजीव हैं। इनमें 5 चिंकारे,10 ब्लेक बक, 33 चीतल, 10 नीलगाय, 3 सांभर, 3 हाईना, 4 भेडि़ए, 2 सियार, 3 पैंथर समेत 75 वन्यजीव हैं। पक्षी व सरीसृप वर्ग के कुछ जीव पुराने चिडियाघर में हैं।
जल्द चलेंगे ई-रिक्शा अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क को दर्शक ई रिक्शे में सवार होकर देख सकेंगे। विभाग ने रिक्शा संचालित करने की तैयारी कर ली है। सहायक वन संरक्षक अनुराग भटनागर के अनुसार पार्क में 15 ई रिक्शों को संचालित करने की योजना है। विभाग द्वारा निर्धारित शुल्क देकर दर्शक 1 घंटे ई रिक्शे का उपयोग कर सकेंगे।
प्रक्रिया में समय लगता है समय वन्यजीव विभाग के उप वन संरक्षक डॉ. एएन गुप्ता ने मामले में बताया कि ई-रिक्शा जल्द चलाए जाने के प्रयास कर रहे हैं। वन्यजीवों को लाने का भी प्रयास कर रहे हैं। सीजेडआई से अनुमति स्वीकृति मांगी है। प्रक्रिया में समय लगता है।