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जलाशयों पर मेजबानों के साथ अब ” मेहमानोंÓÓने भी डाला डेरा

locationकोटाPublished: Dec 02, 2020 10:16:54 pm

Submitted by:

Hemant Sharma

कोटा. शहर व आसपास के जलाशयों पर मेहमान परिंदों ने अपना बसेरा बना लिया है। मौसम के बदलाव के साथ ही इन्होंने अपनी दस्तक दे दी थी, लेकिन जैसे जैसे सर्द हवाओं के झोंके बढऩे लगे हैं, इनकी संख्या में भी इजाफा होने लगा है।
 

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जलाशयों पर मेजबानों के साथ अब ” मेहमानोंÓÓने भी डाला डेरा

कोटा. शहर व आसपास के जलाशयों पर मेहमान परिंदों ने अपना बसेरा बना लिया है। मौसम के बदलाव के साथ ही इन्होंने अपनी दस्तक दे दी थी, लेकिन जैसे जैसे सर्द हवाओं के झोंके बढऩे लगे हैं, इनकी संख्या में भी इजाफा होने लगा है। पक्षी विशेषज्ञों के अनुसार सरहद पार से आने वाले इन मेहमानों ने इस वर्ष जल्दी ही दस्तक दे दी थी, लेकिन अब मेहमानों की संख्या में वृद्धि हो रही है। अभेड़ा, उम्मेदगंज, अलनिया व सकतपुरा क्षेत्र में स्थित तालाबों में देशी पक्षियों के साथ अन्य जगहों से आए पक्षियों की रौनक है।

ये पक्षी आए नजर


हाडौती नेचुर्लिस्ट सोसाइटी के सचिव सुनील सिंघल, नेचर प्रोमोटर ए.एच ज़ैदी व हर फूल शर्मा के अनुसार जलाशयों में ग्रे लेग गूज,बार हेडेड गूज, नॉर्दन पिनटेल, नॉर्दन शावलर गार्गेनी टिल, गेडवेल ,व्हाइटआई पोचार्ड,टफ टेड पोचार्ड,कॉमन पोचार्ड, कॉमन व कॉटन टिल, रूडी शेल डक, साइबेरियन स्टोन चाट, कॉमन स्टार्लिंग, ब्लू थॉट, क्रेस्टेड लार्क स्माल ,इरोशियन हॉबी, स्पेनिश स्पेरो जेको बिन कुक्कू, एशियन ब्राउन फ्लाई केचर,कॉमन कूट लिटिल ग्रीव समेत अन्य पक्षी नजर आए हैं।

इनका भी आकर्षण


इनके अलावा स्थानीय पक्षी लेसर विसिलंग टिल,परपल मुरहेंन कॉमन मुरहेन,ब्रांज विंग जेकाना, फेज टेल जेकाना, ओपन बिल स्टॉक पेंटेड स्टोर्क,व्हाइट आइबिस, कोरमोरेंट, सारस क्रेन दिखाई दे रहे है।

इस वर्ष जल्दी आए
नेचर प्रोमोटर जैदी के अनुसार इस वर्ष मेहमान पक्षी गत वर्षों की तुलना में करीब 15 दिन पहले आए हैं। अक्सर नवम्बर के मध्य तक इन पक्षियों ये यहा आना शुरू कर देते हैं। अभी जिस तरह से इनकी रोनक देखी जा रही है दिसंबर जनवरी में इनकी संख्या गत वर्षों से बहुत अच्छी संख्या रहने का अनुमान है।

सरहद पार से आए हैं मेहमान
कोटा में ये करीब 3 से चार माह ठहरते हैं। गर्मी श्ुरू होने के साथ ही इनके लौटने का क्रम शुरू हो जाएगा। इस वर्ष गत वर्षों की तुलना में जल्दी ही इनका आगमन हुआ है। अभी दिसम्बर तक यहां पक्षियों का आगमन होता रहेगा। कोटा में अभेड़ा, उम्मेदगंज, आलनिया, गिरधरपुरा, किशोर सागर समेत अन्य तालाब पक्षियों को खासे रास आते हैं। अधिकतर पक्षी साइबेरियाए मंगोलिया, रूस व चीन समेत अन्य जगहों के पक्षी कोटा में आते हैं।
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