ट्रेड प्रमोशन काउंसिल आॅफ इंडिया (टीपीसीआई) की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में गुजरात, महाराष्ट्र, हरियाणा, राजस्थान, झारखंड, केरल जैसे राज्यों के पैवेलियन भी हैं। एपीडीए के अध्यक्ष डी के सिंह ने बताया की यज्ञ आयोजन भारत में पहली बार किया जा रहा है । इसका उद्देश्य भारतीय किसानों, कृषि उत्पादकों को दुनिया भर के रिटेल चेन और अन्य फूड कंपनियों के साथ जोड़ने का प्रयास है। सरकार एक रणनीति पर काम कर रही है जिससे एक्सपोर्ट या निर्यात को बढ़ावा देते हुए भारत में अधिक नौकरियों का सृजन किया जा सके। यह रणनीति इस तरह की होगी। जिससे न केवल निर्यात की मात्रा बल्कि कारोबार का आंकड़ा भी बढ़ेगा।
उनका कहना है की हम कारोबार को और अधिक आसान बनाने के लिए कार्य कर रहे हैं। कृषि उत्पादकों और किसानों को राहत और लाभ देने के लिए सरकार नई कृषि निर्यात नीति पर भी काम कर रही है। विदेश से आए प्रतिनिधियों के लिए वाणिज्य मंत्रालय एक आक्रमक एग्री एक्सपोर्ट पॉलिसी या कृषि निर्यात नीति पर काम कर रही है। सरकार ने पूरी तरह से सभी सुविधाओं से लैस 60 एग्री एक्सपोर्ट जोन या एईजेड बनाए हैं। इसके अलावा 42 मेगा फूड पार्क के साथ ही 128 कोल्ड चेन स्थापित की गई हैं, जिससे प्रसंस्करण वाले उत्पाद के साथ ही कृषि उत्पाद को बढ़ावा मिल पाए।
मेले में भाग लेने वाले एक्सपोर्टरों ने बताया कि इंडस फूड मेले में भागीदारी ये एक अच्छा प्रयास है। हमें बायर्स भी काफी मिल रहे है। ये अच्छा मौका है बायर्स से मिल कर बात करने का। देश से एक्सपोर्ट होने वाले सामान और उनकी मात्रा में इजाफा हो रहा है।