अन्नदाता पर कुदरत का कहर, हाड़ौती में 80 फीसदी
तक फसलें बर्बाद परिजनों ने शाइन इंडिया फाउंडेशन की मदद से जानकी का नेत्रदान करवाया। मृतका के पति फूलचंद वर्मा ने बताया कि उनकी जानकी वर्मा मानसिक रोग से पीडि़त थी। जिसका कोटा और जयपुर में उपचार चल रहा था। बीमारी के चलते वह मानसिक तनाव में रहती थी। जानकी ने पहले भी चार बार आत्महत्या करने की कोशिश की थी। मंगलवार को वे छत पर नहा रहे थे। इसी दौरान उनकी बहू से उन्हें घटना की जानकारी दी। मृतका का बेटा मोर्चरी पर लगे नेत्रदान का बोर्ड पढ़कर प्रेरित हुआ और नेत्रदान का निर्णय लिया। फाउंडेशन की कुलविंदर कौर ने मौके पर पहुंचकर नेत्र लिए।
तक फसलें बर्बाद परिजनों ने शाइन इंडिया फाउंडेशन की मदद से जानकी का नेत्रदान करवाया। मृतका के पति फूलचंद वर्मा ने बताया कि उनकी जानकी वर्मा मानसिक रोग से पीडि़त थी। जिसका कोटा और जयपुर में उपचार चल रहा था। बीमारी के चलते वह मानसिक तनाव में रहती थी। जानकी ने पहले भी चार बार आत्महत्या करने की कोशिश की थी। मंगलवार को वे छत पर नहा रहे थे। इसी दौरान उनकी बहू से उन्हें घटना की जानकारी दी। मृतका का बेटा मोर्चरी पर लगे नेत्रदान का बोर्ड पढ़कर प्रेरित हुआ और नेत्रदान का निर्णय लिया। फाउंडेशन की कुलविंदर कौर ने मौके पर पहुंचकर नेत्र लिए।