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Women’s day : इनके हाथ लगे तो पत्थर भी बोल उठते हैं…

locationकोटाPublished: Mar 08, 2020 06:08:24 am

Submitted by:

Kanaram Mundiyar

आर्ट और कल्चर में दिलचस्पी थी इसलिए श्रलील रॉक्स के नाम से स्र्टाटअप की शुरूआत की

women's day  : इनके हाथ लगे तो पत्थर भी बोल उठते हैं...

women’s day : इनके हाथ लगे तो पत्थर भी बोल उठते हैं…

कोटा. किसी शायर ने कहा है ‘ खुद ही को कर बुलंद इतना कि खुदा बंदे से पूछे बता तेरी रजा क्या है। किसी महशूर शायर के इस शेर पर किसी ने गौर किया न किया हो, शहर की कुछ बेटियों और महिलाओं ने शायद जहन में इस बात को जरूर बिठा लिया।
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पत्थरों पर गढ़ देती हैं समृद्धि का संसार
नौकरी-पेशा ही नहीं आज कारोबार में भी महिलाएं, पुरूषों से पीछे नहीं है। इसका एक उदाहरण है कोटा की एंटरप्रेन्योर तान्या चौहान। तान्या ने अपने करियर की शुरूआत बतौर डेंटिस्ट की थी लेकिन सपना स्टार्टअप शुरू करने का ही था। आर्ट और कल्चर में दिलचस्पी थी इसलिए श्रलील रॉक्स के नाम से स्र्टाटअप की शुरूआत की।
पत्थरों पर छोटे-छोटे संकेन्द्रिक आरेख (मंडल आर्ट) के जरिए तान्या के स्टार्टअप को पहचान मिली है। तान्या बताती हैं कि मंडल आर्ट का हिंदू और बौद्ध धर्म में आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व है। तनाव और मेडिटेशन के लिए भी ये महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इसलिए इन दिनों आर्ट और होम डेकोर में मंडल आर्ट का खासा चलन है।
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