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भीषण गर्मी में मजदूर-उद्यमी बोतलों से बुझा रहे प्यास

locationकोटाPublished: May 22, 2022 12:05:09 pm

Submitted by:

Abhishek Gupta

कोटा में इन दिनों भीषण गर्मी गिर रही है। कई इलाकों में पेयजल समस्या गंभीर रूप ले चुकी है। इन्द्रप्रस्थ व रानपुर के औद्योगिक क्षेत्र पिछले दो माह से गंभीर पेयजल समस्या से जूझ रहे है। उनकी न तो जलदाय विभाग में और न रीको में सुनवाई हो रही है। दोनों विभाग के बीच तालमेल नहीं होने से उद्योगों में उद्यमी व कार्यरत मजदूर को पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
 

भीषण गर्मी में मजदूर-उद्यमी बोतलों से बुझा रहे प्यास

भीषण गर्मी में मजदूर-उद्यमी बोतलों से बुझा रहे प्यास

जलदाय विभाग व रीको में तालमेल का अभाव

कोटा. कोटा में इन दिनों भीषण गर्मी गिर रही है। कई इलाकों में पेयजल समस्या गंभीर रूप ले चुकी है। इन्द्रप्रस्थ व रानपुर के औद्योगिक क्षेत्र पिछले दो माह से गंभीर पेयजल समस्या से जूझ रहे है। उनकी न तो जलदाय विभाग में और न रीको में सुनवाई हो रही है। दोनों विभाग के बीच तालमेल नहीं होने से उद्योगों में उद्यमी व कार्यरत मजदूर को पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा है। हालात यह है कि उद्यमियों व मजदूरों को घरों से बोतलों में पानी लाकर प्यास बुझानी पड़ रही है। बाजवूद दोनों विभाग कोई ध्यान नहीं दे रहे है।
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दीएसएसआई एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंद राम मित्तल ने बताया कि इन्द्रप्रस्थ क्षेत्र में पिछले दो माह से गंभीर पेयजल समस्या हो रही है। उद्योगों को पीने का पानी तक नसीब नहीं हो रहा है। काफी कम दबाव में जलापूर्ति हो रही है। कई बार तो नलों से पानी की जगह हवा आती है। जबकि जलदाय विभाग की ओर से लगातार पानी के बिल भेजे जा रहे है। रीको व जलदाय विभाग में आपसी तालमेल का अभाव है। समस्या का हल नहीं करने के बजाय दोनों एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे है।
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उद्यमी निक्का पटेल ने बताया कि पहले तो पेयजल की समस्या कम थी, लेकिन बीते 10 से 12 दिन से काफी गंभीर हो चुकी है। जलदाय विभाग में शिकायत की तो बोले पानी फिल्टर नहीं हो रहा है। इसलिए आपके क्षेत्र में पर्याप्त पानी नहीं आ रहा है। एईएन व जेईएन से कहते है तो मामले को देखने का आश्वासन देने के अलावा कोई काम नहीं हो रहा है। उद्योगों में मजदूर घरों से बोतलों में पानी लाते है। कई मजदूर आसपास घर होने पर पानी पीने चले जाते है।
हॉस्टल व्यवसाय राजेश जैन ने बताया कि पानी को लेकर जलदाय विभाग सेे बात की तो कहा कि 25 साल पुरानी पाइप लाइन हो गई है। रोड नम्बर-4 पर आईटी पार्क के पास पाइप लाइन जाम है। इससे पानी आगे नहीं बढ़ रहा है, लेकिन जलदाय विभाग की ओर से ठीक नहीं किया जा रहा है।
फैक्ट फाइल

इन्द्रप्रस्थ में लगभग 1000 औद्योगिक इकाई व होस्टल्स है

लगभग 7000 से 10000 मजदूर काम करते है।

रानपुर में भी 250 इकाई है और 1500 मजदूर काम करते है।
इनका यह कहना

उद्योगों में जलदाय विभाग ने नलों कनेक्शन दे रखे है। मीटर देखकर बिलिंग का कार्य करता है तो पानी पहुंचाने का दायित्व उन्हीं का है। पाइप लाइन जाम पड़ी है तो ठीक करने का कार्य भी जलदाय विभाग का है। जलदाय विभाग पुरानी पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने का बहाना बनाकर नई पाइप लाइन बिछाने की चि_ी भेजे जा रहा है। कई मल्टीस्टोरी के लिए अलग से कोई व्यवस्था नहीं की गई। इन्हीं से पानी पहुंच रहा है। कई जगह पर अवैध कनेक्शन हो रहे है, उन्हें भी हटवाया जाए।
सुनील गर्ग, क्षेत्रीय अधिकारी, रीको

इन्द्रप्रस्थ औद्योगिक व रानपुर क्षेत्र में पेयजल समस्या की मुझे जानकारी नहीं है। एईएन से बातकर जानकारी लेता हूं। यदि समस्या हो रही है तो उसे दूर करवाएंगे।
श्याम माहेश्वरी, अधिशासी अभियंता, जलदाय विभाग

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