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world pneumonia day : खांसने, छींकने पर फैलता है निमोनिया का संक्रमण

locationकोटाPublished: Nov 12, 2022 01:11:28 am

Submitted by:

Deepak Sharma

विश्व निमोनिया दिवस आज : निमोनिया फेफड़ों में होने वाला संक्रमण है। यह विभिन्न बैक्टेरिया व वायरस के श्वास के माध्यम से प्रवेश करने से फैलता है। संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने पर ये वायरस स्वस्थ्य व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर संक्रमण का कारण बनता है। निमोनिया विश्व में पुरुषों व बच्चों में मृत्यु का एक बड़ा संक्रामक कारण है।

Big News : खांसने, छींकने पर फैलता है निमोनिया का संक्रमण

Big News : खांसने, छींकने पर फैलता है निमोनिया का संक्रमण

विश्व निमोनिया दिवस आज
निमोनिया
फेफड़ों में होने वाला संक्रमण है। यह विभिन्न बैक्टेरिया व वायरस के श्वास के माध्यम से प्रवेश करने से फैलता है। संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने पर ये वायरस स्वस्थ्य व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर संक्रमण का कारण बनता है। निमोनिया विश्व में पुरुषों व बच्चों में मृत्यु का एक बड़ा संक्रामक कारण है।
Health tips: निमोनिया के मुख्य कारण एवम् इसके घरेलू उपचार

एक आंकड़े के अनुसार, सन 2019 में 2.5 मिलियन मौतों के लिए जिम्मेदार है। इसमें 6 लाख 72 हजार 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चे हैं। हाल ही घटित कोविड निमोनया ने इस आंकड़े की वृदि्ध में आग में घी का काम किया है और यह आंकड़ा सत्र 2021 में 3.6 मिलियन को छू गया है। इसलिए आमजन को निमोनिया के बारे में जागरूकता फैलाने व इसकी रोकथाम, उपचार से अवगत कराने के लिए प्रति वर्ष 12 नवम्बर को विश्व निमोनिया दिवस मनाया जाता है।
किसको ज्यादा खतरा

नवजात, कुपोषित शिशुओं, बुजुर्ग, कमजोर इम्युनिटी वाले इंसान जैसे एचआईवी संक्रमित, अत्यधिक शराब व धू्म्रपान के आदि, भीड़ भाड़ वाले इलाकों के बाशिन्दे, पुराने हदय लीवर, किडनी मरीजों में इसका खतरा अधिक रहता है।
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लक्षण
बुखार के साथ तेज खांसी, सांस लेने में कठिनाई, बदन दर्द, खांसी के साथ छाती में दर्द, कभी-कभी खराश में खून का आना।
निदान

छाती के एक्सरे सीबीसी, छाती के सीटी स्कैन जैसे सामान्य व हर जगह उपलब्ध जांचों से इसका पता लगाया जा सकता है।

रोकथाम व बचाव के उपाय
मास्क पहनें व सामाजिक दूरी का पालन करें।
साबुन व पानी से नियमित अंतराल पर हाथ धोते रहें।
मां अपने बच्चे को छह माह तक केवल स्तनपान कराएं।

बच्चों को पर्याप्त पूरक आहार भी खिलाएं।
शराब व धूम्रपान को ना कहें।

बच्चों व बुजुर्ग में आवश्यक उपलब्ध टीकाकरण अवश्य कराएं।
संतुलित व पौष्टिक आहार का सेवन करें।
संक्रमण होता है तो चिकित्सक की सलाह पर उचित उपचार लें।

एंटीबायोटिक चिकित्सक की सलाह पर लें
कोटा मेडिकल कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेेसर डॉ. पंकज जैन बताते हैं कि निमोनिया संक्रमण में कई लोग चिकित्सक की सलाह के बिना ही एंटीबायोटिक दवा ले लेते हैं। इससे संक्रमण घटने के बजाए बढ़ जाता है। ऐसे में निमोनिया होने पर चिकित्सक की सलाह पर ही दवाइयों का उपयोग करें। इससे ऐसे दिवस मनाने का प्रयोजन सफल होगा।

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