क्षतिग्रस्त सड़कों को लेकर कई बार पंचायत समिति की सामान्य बैठकों में सरपंचों व अन्य जनप्रतिनिधियों ने समस्याएं उठाई। सिवाएं कोरे आश्वासन के कुछ नहीं मिला। हालात इतने खराब है कि कई जगह सड़क निर्माण व मरम्मतीकरण के लिए बजट स्वीकृत हुए लम्बा समय बीत गया, लेकिन नवीनीकरण तो दूर मरम्मत का काम भी शुरू नहीं हुआ है। इससे ग्रामीणों में भी खासा रोष है और पीडब्ल्यूडी विभाग क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत के लिए बजट की कमी का रोना रो रहा है।
बड़े-बड़े गड्ढे व उखड़ी कंक्रीट दीगोद तहसील क्षेत्र में दो दर्जन से अधिक गांवों में सम्पर्क सड़कें बदहाल हैं। इन सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे और उखड़ी कंक्रीट वाहन चालकों को चोटिल कर रही है। प्रतिदिन इन क्षतिग्रस्त लिंक सड़कों से गुजरने वाले ग्रामीणों में से कई वाहनचालक संतुलन खोकर घायल होकर अस्पताल पहुंच रहे है, लेकिन फिर भी कोई सुध नहीं ले रहा।
छीपड़दा गांव निवासी हेमराज गोचर व बगतरी गांव निवासी दुर्गाशंकर सैनी ने बताया कि बगतरी से सुल्तानपुर, गोकुलपुरा से आमला गांव की सड़क उखड़ गई है। जाखडौन्द सड़क भी गड्ढों में तब्दील हो गई है। जबकि यह सड़क निमोदा व छीपड़दा को सुल्तानपुर से जोड़ती है।
छीपड़दा गांव निवासी हेमराज गोचर व बगतरी गांव निवासी दुर्गाशंकर सैनी ने बताया कि बगतरी से सुल्तानपुर, गोकुलपुरा से आमला गांव की सड़क उखड़ गई है। जाखडौन्द सड़क भी गड्ढों में तब्दील हो गई है। जबकि यह सड़क निमोदा व छीपड़दा को सुल्तानपुर से जोड़ती है।
अधूरा छोड़ दिया कार्य
कस्बेवासी शुभम मितल व जसप्रीत सिंह छाबड़ा ने बताया कि क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक सड़कों की गिट्टी उखड़ी हुई है। बड़े-बड़े गड्ढे हादसों का कारण बन रहे हैं। शिकायतों के बावजूद पीडब्ल्यूडी विभाग मरम्मत तक नहीं कर रहा है। वाहनों का मेंटीनेंस खर्च भी बढ़ रहा है। पीडब्ल्यूडी विभाग ने कुछ गांवों में शिकायतों के बाद स्वीकृत कार्य शुरू तो करवाएं लेकिन अधूरे ही छोड़ दिए। एक माह से सुध तक नहीं ली। सुल्तानपुर कस्बे के संजयनगर बस्ती से तोरण सम्पर्क सड़क की भी कुछ ऐसी ही स्थिति है।
कस्बेवासी शुभम मितल व जसप्रीत सिंह छाबड़ा ने बताया कि क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक सड़कों की गिट्टी उखड़ी हुई है। बड़े-बड़े गड्ढे हादसों का कारण बन रहे हैं। शिकायतों के बावजूद पीडब्ल्यूडी विभाग मरम्मत तक नहीं कर रहा है। वाहनों का मेंटीनेंस खर्च भी बढ़ रहा है। पीडब्ल्यूडी विभाग ने कुछ गांवों में शिकायतों के बाद स्वीकृत कार्य शुरू तो करवाएं लेकिन अधूरे ही छोड़ दिए। एक माह से सुध तक नहीं ली। सुल्तानपुर कस्बे के संजयनगर बस्ती से तोरण सम्पर्क सड़क की भी कुछ ऐसी ही स्थिति है।
बजट की कमी के चलते परेशानी लम्बे समय से बजट नहीं आ रहा है जिसके कारण क्षेत्र की सम्पर्क सड़कों के मरम्मत व नवीनीकरण के कार्य स्थगित है। जैसे ही बजट उपलब्ध होता है तुरंत कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
– एल.एन.मीणा,पीडब्ल्यूडी एईएएन सुल्तानपुर
– एल.एन.मीणा,पीडब्ल्यूडी एईएएन सुल्तानपुर