बावड़ीखेड़ा का मामला कोटा. रानपुर से चार किलोमीटर आगे बावड़ीखेड़ा गांव निवासी मानसिक रोगी मुकेश गुर्जर (35) के हाथ पैरों को जंजीर से बाधकर ताला लगा रखा है। हाथ पैर जंजीर से बंधे ही वह पिछले दो तीन दिन से रानपुर के आसपास सड़क पर घूमता रहता है।
नगर निगम के गोताखोर राकेश सैन व शाहनवाज ने बताया कि मंगलवार को रानपुर से आगे सांप पकडऩे जा रहे थे तो रानपुर के पास ही सड़क पर एक युवक बैठा हुआ था जिसके हाथ पैर जंजीरों से बांधकर उस पर ताला लगा रखा था।
आसपास इसके बारे में पता किया तो पास ही दुकान लगाने वाले ने बताया कि यह मूलत: पलायथा का रहने वाला है। पिछले 6-7 साल से अपने भाई के ससुराल बावड़ीखेड़ा में भाई के साथ ही रहकर मजदूरी करता था। मुकेश मानसिक रोगी था। इसका इलाज भी चल रहा था। दो साल पहले तक वह कोटा में किसी गैस एजेंसी पर काम भी करता था।
ग्रामीणों ने बताया कि मुकेश लोगों को पत्थर मारता था। इससे परेशान होकर भाई ने पिछले 7-8 महिनों से उसे बावड़ीखेड़ा में घर के बाहर पेड़ के पास बनी झौंपड़ी में पेड़ से बांध रखा था। पिछले दो तीन दिन से वह रानपुर के आस पास दिखाई दे रहा है। हाथ जंजीरों से बंधे होने के कारण वह खाना भी ठंग से नहीं खा पाता। ग्रामीणों ने बताया कि इसका इलाज हो जाए तो ठीक हो सकता है।