2018 में लड़ा था विधानसभा चुनाव हुडील सरपंच कानाराम ने 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में सीपीआईएम से चुनाव लड़ा था। जिसमें कानाराम को 6 हजार 717 वोट मिले थे। यह चुनाव लडऩे के कुछ समय बाद ही सरपंच के खिलाफ न्यायालय से गिरफ्तारी वारंट जारी हो गए थे। लेकिन सरपंच भूमिगत हो गया।
पत्रिका ने किया था खुलासा पत्रिका ने 9 सितम्बर 2017 को तथ्य छिपाकर लड़ा चुनाव, ढाई साल की सरपंचाई शीर्षक से समाचार प्रकाशित किए थे। जिसके बाद 14 अक्टूबर 2017 को तत्कालीन कुचमान उपखण्ड अधिकारी रामसुख गुर्जर ने कुचामन न्यायालय में सरपंच के खिलाफ इस्तगासा पेश किया था। इस मामले की सुनवाई के बाद न्यायालय ने सरपंच के गिरफ्तारी वारंट जारी किए थे। गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद सरपंच भूमिगत हो गया और पुलिस उसकी तलाश करती रह गई। गिरफ्तारी वारंट पर भी पुलिस के हाथ नहीं लगने पर आखिर न्यायालय ने उसे स्थाई वारंटी घोषित कर दिया है। ऐसे में सरपंच पिछले तीन माह से भूमिगत चल रहा है।