पूरी तरह दूर हो जाएगी कम दबाव से जलापूर्ति की समस्या
वर्तमान में नहरी परियोजना की लाइन से मीठे पानी की आपूर्ति के बाद ही कम दबाव से जलापूर्ति की काफी समस्या दूर हो गई है। रही सही कमी जलदाय विभाग की खुद की लाइन बिछने के बाद दूर हो जाएगी। इस लाइन के बिछने के बाद शहर में कम दबाव से जलापूर्ति की समस्या बिल्कुल समाप्त हो जाएगी।
वर्तमान में नहरी परियोजना की लाइन से मीठे पानी की आपूर्ति के बाद ही कम दबाव से जलापूर्ति की काफी समस्या दूर हो गई है। रही सही कमी जलदाय विभाग की खुद की लाइन बिछने के बाद दूर हो जाएगी। इस लाइन के बिछने के बाद शहर में कम दबाव से जलापूर्ति की समस्या बिल्कुल समाप्त हो जाएगी।
पहले ऐसे आती थी दिक्कत
पूर्व में पानी की कमी के कारण नलों में प्रेशर के साथ पानी नहीं आ पाता था। ऊपरी इलाकों में तो एक बूंद पानी भी नहीं टपकता था। उपभोक्ता कम दबाव से पानी आने की शिकायतें करते थे। बाद में विभाग जब इसकी तहकीकात करता था तो बूस्टरों को भी इसका प्रमुख कारण माना जाता था।
पूर्व में पानी की कमी के कारण नलों में प्रेशर के साथ पानी नहीं आ पाता था। ऊपरी इलाकों में तो एक बूंद पानी भी नहीं टपकता था। उपभोक्ता कम दबाव से पानी आने की शिकायतें करते थे। बाद में विभाग जब इसकी तहकीकात करता था तो बूस्टरों को भी इसका प्रमुख कारण माना जाता था।
इनका कहना है
जब से मीठे पानी की आपूर्ति की शहर में शुरुआत हुई है। तब से बूस्टरों का उपयोग लगभग बंद हो गया है। पहले लोग अपनी सुविधा के लिए बूस्टर का उपयोग करते थे। जहां भी बूस्टर लगे होते थे, वहां विभाग मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करता था। अभियान भी चलाया जाता था।
– ऋषिकुमार शर्मा, सहायक अभियंता, जलदाय विभाग, कुचामनसिटी
जब से मीठे पानी की आपूर्ति की शहर में शुरुआत हुई है। तब से बूस्टरों का उपयोग लगभग बंद हो गया है। पहले लोग अपनी सुविधा के लिए बूस्टर का उपयोग करते थे। जहां भी बूस्टर लगे होते थे, वहां विभाग मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करता था। अभियान भी चलाया जाता था।
– ऋषिकुमार शर्मा, सहायक अभियंता, जलदाय विभाग, कुचामनसिटी
रिपोर्ट- कमलेश मीना