scriptभारी पड़ रही पालिका व जलदाय विभाग की आपसी खींचतान | City's beauty is bad | Patrika News

भारी पड़ रही पालिका व जलदाय विभाग की आपसी खींचतान

locationकुचामन शहरPublished: Jun 05, 2018 12:12:15 pm

Submitted by:

Kamlesh Kumar Meena

पाइप लाइन खुदाई के बाद जर्जर हुए रास्ते, राहगीरों को हो रही परेशानी, बिगड़ा शहर का सौन्दर्य

No repair of the road, increased accidents

No repair of the road, increased accidents

कुचामनसिटी. शहर के गली-मोहल्लों के मार्गों के लिए पालिका व जलदाय विभाग की आपसी खींचतान भारी पड़ रही है। जलदाय विभाग ने मोहल्लों में नई पाइप लाइन डालने के लिए मार्ग खुदवा दिए। अब न तो जलदाय विभाग मार्गों की ढंग से मरम्मत करवा रहा है और न ही पालिका इस ओर ध्यान दे रही है। पालिका अधिकारियों का कहना है कि बिना स्वीकृति के जलदाय विभाग ने पाईप लाइन बिछाने के नाम पर सडक़े तोड़ दी है, जलदाय विभाग ही मरम्मत करवाएं। जबकि जलदाय विभाग अधिकारी का कहना है कि क्षतिपूर्ति नहीं देने की स्थिति में मरम्मत कार्य करवा देते हैं। पालिका अधिकारियों की माने तो जलदाय विभाग सडक़े तोडऩे के बाद न तो क्षतिपूर्ति देता है ओर न ही स्वयं मरम्मत करवाता है। इस संबध में कईबार जलदाय विभाग को नोटिस दिए जा चुके हैं। अब कारण कुछ भी हो लेकिन पालिका व जलदाय विभाग की आपसी खींचतान ने मोहल्लों के सौन्दर्य को पूरी तरह से खराब कर दिया है। उबड़ खाबड़ रास्तों की वजह से राहगीरों को न केवल परेशानी होती है बल्कि कई बार दुपहिया वाहन चालक व राहगीर गिर कर चोटिल भी हो जाते है।
स्थानीय जनप्रतिनिधि जिम्मेदार
पत्रिका ने इस संबंध में पड़ताल की तो सामने आया कि सडक़ों की हालत खराब होने में स्थानीय जनप्रतिनिधि जिम्मेदार है। पालिका सहायक अभियंता ऋषिकुमार शर्मा ने बताया कि जनप्रतिनिधि (पार्षद व अन्य) कहते हैं कि पालिका में हम देख लेंगे आप तो लाइन बिछा दीजिए। इसके बाद न तो जनप्रतिनिधि ध्यान देते हैं और न ही विभाग मार्ग को दुरुस्त करने का प्रयास करता है।

लाभ का पता नहीं, नुकसान भरपूर
गत समय से पेयजल किल्लत के तहत नलों से आ रहे तुर्र-तुर्र पानी से निजात पाने के लिए लोग तरह-तरह से प्रयास कर रहे हैं। लोगों के अनुसार जलापूर्ति के लिए बिछाई गई पाइप लाइन यदि बड़ी होगी तो आपूर्ति के समय प्रेशर मिलेगा। इसके बाद कई मोहल्लों मे जनप्रतिनिधि के सहयोग से मोहल्ले में बड़ी पाइप लाइन के लिए प्रयास शुरु कर दिए। विभागीय स्वीकृति मिले या न मिले लेकिन बड़ी पाइप लाइन बिछाने के बाद प्रेशर जरूर मिलने लग जाएगा। इस सोच के तहत आनन-फानन में बिना नगरपालिका स्वीकृति के जलदाय विभाग ने मोहल्लों में पाइप लाइन बिछाना शुरु कर दिया। बड़ी पाइप लाइन बिछाने के बाद प्रेशर में भले ही फायदा हुआ या नहीं लेकिन लाखों रुपयों की लागत से बनने वाली सडक़ेें जरूर क्षतिग्रस्त हो गई।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो