scriptमहेन्द्र चौधरी के गढ में कांग्रेस ‘बेघर’ | Congress homeless in Mahendra Chaudhary's stronghold | Patrika News

महेन्द्र चौधरी के गढ में कांग्रेस ‘बेघर’

locationकुचामन शहरPublished: Dec 28, 2019 12:51:31 pm

Submitted by:

Hemant Joshi

हेमन्त जोशी. कुचामनसिटी.
Congress homeless in Mahendra Chaudhary’s stronghold नावां विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस का गढ रहा है। आजादी के बाद सबसे पहले विधायक भी कांग्रेसी थे और आज भी यहां कांग्रेस से विधायक है। इसके बावजूद कुचामन शहर में कांग्रेस पार्टी का कार्यालय तक नहीं बना है।

Congress homeless in Mahendra Chaudhary's stronghold, pcc chif in kuchaman at ramniwas gawdiya`s home

Congress homeless in Mahendra Chaudhary’s stronghold, pcc chif in kuchaman at ramniwas gawdiya`s home

Congress homeless in Mahendra Chaudhary’s stronghold यूं तो राजनैतिक पार्टियां चंदे से चलती है, लेकिन पार्टी कार्यालय बनाने के लिए कोई जद्दोजहद नहीं हुई। ऐसे में पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी उधारी की जमीन पर अपनी बैठकें करते है और किराए की होटलों में पार्टी के नेताओं का स्वागत/सत्कार होता है। खास बात तो यह है कि बरसों पहले ब्लॉक अध्यक्ष और नगर अध्यक्ष तो बना दिए गए लेकिन कार्यकारिणी आज तक नहीं बनी।
नावां विधानसभा क्षेत्र में सबसे बड़ी आबादी वाला शहर है कुचामन। जहां लंबे समय से तो पार्टी की स्थानीय स्तरीय बैठक ही नहीं हुई। पार्टी के कार्यकर्ताओं की फूट का ही परिणाम है कि यहां ब्लॉक अध्यक्ष, नगर अध्यक्ष के पद तो है लेकिन कार्यकारिणी कभी नहीं बनी। पार्टी के कार्यकर्ता भी महज चुनावी रण में बिगुल बजाने के लिए बाहर निकलते है। पार्टी कार्यालय नहीं होने से कार्यकर्ता पार्टी स्तर के कार्यक्रम भी आयोजित करने से कतराते है। यही कारण है कि कांग्रेस की ओर से गांधी जयंती, नेहरु जयंती और अंबेडकर जयंती जैसे कार्यक्रम ही आयोजित करती है और वह भी कनोई पार्क और नेहरु पार्क में। जहां पर महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरु की मूर्तियां लगी है।
सबसे पुरानी पार्टी के कार्यकर्ता बेघर- कांग्रेस देश की सबसे पुरानी राजनैतिक पार्टी जिसने आजादी में अपनी भूमिका निभाई और बरसों तक देश में अपनी सरकार चलाई। प्रदेश में लंबे समय तक कांग्रेस का शासन रहा है। नावां विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रह चुके किशनलाल शाह पहले विधायक बनें थे। इसके बाद भी लगातार कांग्रेस के ही विधायक बनते रहे। रामेश्वरलाल चौधरी भी कांग्रेस से विधायक रहे थे। बीच में चार बार भाजपा से हरीश कुमावत और एक बार विजयसिंह चौधरी विधायक रहे। वर्तमान में भी यहां कांग्रेस के महेन्द्र चौधरी विधायक है। लंबे समय तक सत्ता में रहने के बावजूद कांग्रेस कुचामन में अपना कार्यालय नहीं बना सकी। ऐसे में कांग्रेसी कार्यकर्ता आज भी बेघर ही है। कार्यकर्ताओं का पार्टी स्तर पर कोई घर नहीं है। जहां पर कार्यकर्ता बैठक कर सके या कोई गतिविधि हो सके।
नहीं बनी नगर और ब्लॉक की कार्यकारिणी- पिछले कुछ सालों में कांग्रेस की ना तो नगर कार्यकारिणी बनी है और ना ही ब्लॉक कार्यकारिणी। हां जिला स्तरीय कार्यकारिणी है और उसमें नावां-कुचामन के पदाधिकारी भी शामिल है। ब्लॉक अध्यक्ष शेरखां व नावां ब्लॉक अध्यक्ष भवानीसिंह है। अध्यक्ष बनाए लंबा समय बीत जाने के बाद भी कार्यकारिणी नहीं बनाई गई है। इसी प्रकार कुचामन नगर अध्यक्ष के पद पर सुतेन्द्र सारस्वत लंबे समय है, लेकिन नगर कार्यकारिणी का भी गठन नहीं हुआ।
ेपदाधिकारियों में भी संशय- पत्रिका ने कार्यकारिणी के संदर्भ में ब्लॉक अध्यक्षों व नगर अध्यक्ष से बातचीत की तो दोनों ही उपाध्यक्ष होने की बात कहते नजर आए। ब्लॉक अध्यक्ष शेरखां ने जहां दशरथसिंह बेगसर को ब्लॉक उपाध्यक्ष बताया वहीं नगर अध्यक्ष सारस्वत व खुद बेगसर ने नगर उपाध्यक्ष होने की जानकारी दी। सूत्रों से यह भी जानकारी मिली कि कार्यकारिणी बनाने को लेकर कई बार चर्चाएं तो हुई तो आगे से हरी झण्डी नहीं मिलने के कारण कार्यकारिणी का गठन नहीं हुआ।
विधायक के पास विधानसभा का जिम्मा- नावां के विधायक महेन्द्र चौधरी प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री है और एआईसीसी के सदस्य है। विधायक चौधरी के पास विधानसभा में उपमुख्य सचेतक भी है। चौधरी भले ही मुख्यमंत्री के नजदीकी नेताओं में माने जाते है और कांग्रेस में बड़ा कद है लेकिन कुचामन शहरी क्षेत्र और ब्लॉक में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की ना तो कार्यकारिणी है और ना ही पार्टी का कार्यालय है। ऐसे में ना तो संगठन को मजबूती मिल रही है और ना ही संगठन बन पा रहा है। विधायक महेन्द्र चौधरी भी जनसुनवाई व कार्यकर्ताओं की बैठक अपने ही निवास स्थान पर करते है। इसके अलावा परबतसर विधायक रामनिवास गावडिय़ा भी कुचामन के निवासी है और यहीं पर उनका आवास है। ऐसे में परबतसर विधायक को अपने निजी आवास पर ही जनसुनवाई करनी पड़ती है।
होटलों में होती है बैठकें- प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और स्थानीय विधायक भी कांग्रेस से जुड़ा होने के चलते यहां सरकार के मंत्रियों व कांग्रेस के नेताओं के दौरे होते रहते है। पार्टी का कार्यालय नहीं होने के चलते नेताओं का स्वागत का पार्टी की बैठकें भी किराए की होटलों में आयोजित की जाती है। इसी प्रकार चुनावों के दौरान भी किराए के भवनों में ही पार्टी के कार्यालय खोले जाते है, जो चुनाव सम्पन्न होने के साथ ही बंद हो जाते है।
इनका कहना-
नावां विधानसभा मुख्यालय पर पार्टी का कार्यालय है, कुचामन में भी पार्टी का कार्यालय बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। नगर व ब्लॉक की कार्यकारिणी भी शीघ्र बनाई जाएगी।
महेन्द्र चौधरी
विधायक एवं उपमुख्य सचेतक
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो