scriptभामाशाह स्वास्थ्य बीमा के लाभार्थियों का गिरा ग्राफ | Drop graph of beneficiaries | Patrika News

भामाशाह स्वास्थ्य बीमा के लाभार्थियों का गिरा ग्राफ

locationकुचामन शहरPublished: Sep 15, 2018 11:29:32 am

Submitted by:

Kamlesh Kumar Meena

एक घंटे में पूरी करनी पड़ती है दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया, 2015 में शुरू हुई थी योजना

bhamashah yojna

bhamashah yojna

कुचामनसिटी. भले ही सरकार की ओर से लोगों को कैशलैस इलाज के लिए 3 लाख 30 हजार रुपए का बीमा कवर दिया जा रहा हो, लेकिन कुचामन चिकित्सालय में योजना के लाभार्थियों की संख्या लगातार घटती जा रही है। वर्ष 2017-18 में लाभार्थियों की संख्या 1324 (गत वर्ष) से घटकर सिर्फ 824 रह गई है। जानकारी के अनुसार भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना 13 दिसम्बर 2015 को शुरू हुई थी। योजना के तहत पात्र परिवारों को कैशलेस स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। सरकारी अस्पतालों के साथ चुनींदा निजी अस्पतालों में भी ये सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। राज्य के लोगों के स्वास्थ्य पर होने वाले खर्च को कम करना इस योजना का प्रमुख उद्देशीय है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना में शामिल परिवार इस योजना में पात्र है। योजना में प्रत्येक परिवार को प्रतिवर्ष सामान्य बीमारियों के लिए 30 हजार तथा गंभीर बीमारियों के लिए 3 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा कवर दिया जा रहा है। चिकित्सालय में भर्ती के दौरान हुए खर्च के अलावा भर्ती से 7 दिन पहले से 15 दिन बाद तक का खर्च शामिल किया जाता है। गौरतलब है कि 4.5 करोड़ लोगों को कैशलैस इलाज के लिए 3 लाख 30 हजार रुपए का बीमा कवर दिया जा रहा है।
ये आती है दिक्कत
योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी को अपना भामाशाह कार्ड अस्पताल प्रशासन को देना होता है। उसके बाद सारी प्रक्रिया अस्पताल को पूरी करनी पड़ती है। जानकारी के अनुसार योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी को एक घंटे में दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया पूरी करनी पड़ती है। इसके बाद लाभान्वित को कैशलेस उपचार की सुविधा मिल जाती है। हालांकि कुचामन में भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना की सुविधा निजी अस्पतालों में भी मिल रही है। ऐसे में राजकीय चिकित्सालय में लाभार्थियों की संख्या में कुछ कमी आई है।
इनका कहना है
भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थियों में पिछले साल से कुछ कमी आई है। ऐसा नियमों में बदलाव के कारण हो रहा है। लाभार्थी को अब एक घंटे के भीतर दस्तावेज सत्यापन करवाना पड़ता है। ऐसे में कई लोग योजना के लाभ से वंचित रह जाते हैं। इसके अलावा शहर के अन्य निजी अस्पतालों में भी उक्त योजना का लाभ मिल रहा है।
– डॉ. आर. एस. रत्नू, पीएमओ, राजकीय चिकित्सालय, कुचामनसिटी
इतने हुए लाभान्वित
वर्ष लाभान्वित
2015-16 1358
2016-17 1314
2017-18 824
(स्रोत कुचामन चिकित्सालय)

ट्रेंडिंग वीडियो