कैसे करते है खाईवाली क्रिकेट पर सट्टे का कारोबार किसी से छुपा हुआ नहीं है। प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर पुलिस की ओर से कार्रवाई भी होती है। जयपुर में हुई कार्रवाई के तार कुचामन से जुड़े हुए सामने आए है। इस बीच पत्रिका ने जानकारी जुटाई तो सामने आया कि अकेले कुचामन में ही तीन सौ से अधिक लोग सट्टा बाजार से जुड़े हुए है। जो अलग-अलग क्रिकेट मैचों के दौरान सौदेबाजी करते है। यह सौदेबाजी केवल फोन पर होती है। जिसमें सटोरिए कहां से काम कर रहा है यह सौदे लगाने वालों का पता नहीं रहता है। सौदेबाजी में हार जीत का भुगतान भी शहर में बुक्कि करवाते है। इस खेल में कुचामन के ही बड़े सटोरिए खाईवाली करते है।
पुलिस कर रही है अपना बचाव पत्रिका ने इस मामले में कुचामन के पुलिस अधिकारियों से बात की तो थानाधिकारी ने कहा कि दबिश देकर सटोरियों की धरपकड़ के प्रयास किए जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर से पुलिस के सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि पुलिस की सह पर ही सटोरिये सट्टे का कारोबार संचालित कर रहे हैं। पुलिस ने एक सट्टा कारोबारी से भी जानकारी जुटाई तो सामने आया कि पुलिस से तो सब सेटिंग है।
इनका कहना-
शहर में सटोरियों के ठिकानों पर दबिश का दौर चल रहा है। 7 जगहों पर दबिश दी गई है लेकिन सटोरिये पुलिस के हाथ नहीं लगे है। उन्हें पकडऩे का प्रयास किया जा रहा है।
रामवीर जाखड़
थानाधिकारी, कुचामन
—
कुचामन से क्रिकेट के सट्टे का मामला सामने आया है। पुलिस की ओर से कार्रवाई भी की जा रही है। मिलीभगत जैसी कोई बात नहीं है।
नितेश आर्य
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, डीडवाना
शहर में सटोरियों के ठिकानों पर दबिश का दौर चल रहा है। 7 जगहों पर दबिश दी गई है लेकिन सटोरिये पुलिस के हाथ नहीं लगे है। उन्हें पकडऩे का प्रयास किया जा रहा है।
रामवीर जाखड़
थानाधिकारी, कुचामन
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कुचामन से क्रिकेट के सट्टे का मामला सामने आया है। पुलिस की ओर से कार्रवाई भी की जा रही है। मिलीभगत जैसी कोई बात नहीं है।
नितेश आर्य
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, डीडवाना