इनका कहना है
9 नवम्बर से पशुगणना का कार्य शुरू कर दिया है। इसके लिए छह तहसीलों में 72 प्रगणक लगाए गए हैं। प्रगणक तीन माह में पशुगणना का कार्य पूरा करेंगे। विभाग की ओर से पूरा प्रयास है कि पशुगणना का कार्य समय पर पूरा हो।
– डॉ. विवेक, वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी, पशुपालन विभाग, कुचामनसिटी
9 नवम्बर से पशुगणना का कार्य शुरू कर दिया है। इसके लिए छह तहसीलों में 72 प्रगणक लगाए गए हैं। प्रगणक तीन माह में पशुगणना का कार्य पूरा करेंगे। विभाग की ओर से पूरा प्रयास है कि पशुगणना का कार्य समय पर पूरा हो।
– डॉ. विवेक, वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी, पशुपालन विभाग, कुचामनसिटी
इधर, अब दूसरे आगार के प्रबंधक भी कर सकेंगे रोडवेज बसों की जांच
कुचामनसिटी. राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की सारथी योजना के तहत अनुबंधित बसों की जांच अब अन्य आगार के प्रबंधक भी कर सकेंगे। पहले उक्त योजना के तहत संचालित बसों का निरीक्षण उसी आगार के प्रबंधक कर सकते थे। इस आशय के आदेश अभी हाल ही में रोडवेज मुख्यालय की ओर से जारी किए गए हैं। हालांकि केन्द्रीय फ्लाइंग निरीक्षण की टीम इस श्रेणी के बसों की जांच कर सकती थी, लेकिन अब प्रदेश के 52 आगारों के प्रबंधक कर सकेंगे। ऐसे में बसों की जांच समय पर की जा सकेगी। इस आदेश से पूर्व बेटिकट यात्रा की शिकायतें आती रहती थी। इससे निगम को राजस्व की चपत लग रही थी। इसके अलावा आगार के प्रबंधक लंबी दूरी तक संचालित होने वाली बसों की जांच नहीं कर पाते थे। रोडवेज प्रशासन ने राजस्व बढ़ाने के उद्देशीय से जारी किए हैं। इधर इस संबंध में डीडवाना आगार के सहायक यातायात निरीक्षक सज्जन सिंह रत्नू ने बताया कि पहले सारथी योजना के तहत अनुबंधित बसों की जांच संबंधित आगार के प्रबंधक ही कर सकते थे। अब प्रदेश के सभी डिपो के आगार प्रबंधक इन बसों की जांच कर सकेंगे। मुख्यालय के इस कदम से बेटिकट यात्रा करने वाले यात्रियों पर अंकुश लगेगा।
कुचामनसिटी. राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की सारथी योजना के तहत अनुबंधित बसों की जांच अब अन्य आगार के प्रबंधक भी कर सकेंगे। पहले उक्त योजना के तहत संचालित बसों का निरीक्षण उसी आगार के प्रबंधक कर सकते थे। इस आशय के आदेश अभी हाल ही में रोडवेज मुख्यालय की ओर से जारी किए गए हैं। हालांकि केन्द्रीय फ्लाइंग निरीक्षण की टीम इस श्रेणी के बसों की जांच कर सकती थी, लेकिन अब प्रदेश के 52 आगारों के प्रबंधक कर सकेंगे। ऐसे में बसों की जांच समय पर की जा सकेगी। इस आदेश से पूर्व बेटिकट यात्रा की शिकायतें आती रहती थी। इससे निगम को राजस्व की चपत लग रही थी। इसके अलावा आगार के प्रबंधक लंबी दूरी तक संचालित होने वाली बसों की जांच नहीं कर पाते थे। रोडवेज प्रशासन ने राजस्व बढ़ाने के उद्देशीय से जारी किए हैं। इधर इस संबंध में डीडवाना आगार के सहायक यातायात निरीक्षक सज्जन सिंह रत्नू ने बताया कि पहले सारथी योजना के तहत अनुबंधित बसों की जांच संबंधित आगार के प्रबंधक ही कर सकते थे। अब प्रदेश के सभी डिपो के आगार प्रबंधक इन बसों की जांच कर सकेंगे। मुख्यालय के इस कदम से बेटिकट यात्रा करने वाले यात्रियों पर अंकुश लगेगा।