scriptगुणवत्तापूर्ण हेल्थ स्क्रीनिंग से लगेगी मौसमी बीमारियों से बचाव की नैया पार | Quality health screening will help prevent seasonal diseases | Patrika News

गुणवत्तापूर्ण हेल्थ स्क्रीनिंग से लगेगी मौसमी बीमारियों से बचाव की नैया पार

locationकुचामन शहरPublished: Aug 23, 2018 12:35:55 pm

Submitted by:

Kamlesh Kumar Meena

चिकित्सा विभाग ने प्रभावित व्यक्ति के आसपास के 50 घरों का सर्वे करने के दिए निर्देश, निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों से भी रोगियों की लाइन लिस्टिंग का जुटाना होगा डेटा

news

kuchaman

कुचामनसिटी. चिकित्सा विभाग इस बार गुणवत्तापूर्ण हेल्थ स्क्रीनिंग के माध्यम से आमजन को मौसमी बीमारियों से बचाने की योजना पर काम कर रहा है। इस कार्य का जिम्मा एएनएम को सौंपा गया है। जब भी किसी क्षेत्र में मलेरिया, डेंगू व स्वाइन फ्लू रोग का संदिग्ध या पॉजीटिव मिलता है। उस रोगी के आसपास के 50 घरों का सर्वे एएनएम की ओर से किया जा रहा है। इस दौरान व्यक्तियों की स्लाइड भी ली जा रही है। इस कार्य में आशा सहयोगिनियों का सहयोग लिया जा रहा है। हालांकि जिम्मेदारी संबंधित एएनएम की है। जानकारी के मुताबिक कुछ समय पहले मुख्यालय में चिकित्सा विभाग के आला अधिकारियों की बैठक हुई थी, जिसमें मौसमी बीमारियों पर नियंत्रण व रोकथाम के लिए प्रभावित व्यक्ति के पास के 50 घरों में गुणवत्तापूर्ण हेल्थ स्क्रीनिंग का कार्य करने के निर्देश दिए थे। साथ ही मेडिकल कॉलेज व निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों से मौसमी बीमारियों के मरीजों की लाइन लिस्टिंग का डेटा नियमित रूप से सीएमएचओ को भिजवाने के लिए कहा गया था। चिकित्सा विभाग के अनुसार कुचामन में गुणवत्तापूर्ण हेल्थ स्क्रीनिंग का कार्य शुरू कर दिया गया है। शहर के किसी भी वार्ड में मलेरिया, डेंगू से संबंधित यदि कोई मरीज संदिग्ध या पॉजीटिव मिलता है तो तुरंत उस क्षेत्र का घर-घर जाकर सर्वे किया जा रहा है। हालांकि कुचामन में अभी ऐसा मामला सामने नहीं आया है। फिर भी एएनएम मंगलवार व गुरुवार (टीकाकरण दिवस) को छोडक़र अन्य दिनों में हेल्थ स्क्रीनिंग का कार्य कर रही है। गौरतलब है कि वर्तमान में मौसमी बीमारियों का प्रकोप चल रहा है। शहर के चिकित्सालय में मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। प्रतिदिन 800 से 1200 के बीच मरीजों का आउटडोर चल रहा है।

गांवों में इनके भरोसे कार्य
शहर में वार्डों का हेल्थ स्क्रीनिंग का कार्य एएनएम खुद करती है। हालांकि इस कार्य में अन्य की मदद भी लेनी पड़ती है। लेकिन गांवों में यह कार्य अधिकतर जगहों पर आशा सहयोगिनियों के माध्यम से किया जाता है। वे ही स्लाइडें तैयार करती है। जब किसी गांव में ज्यादा मौसमी बीमारियों का प्रकोप हो जाता है तब एएनएम व अन्य चिकित्साकर्मी पहुंचते हैं।
इनका कहना है
अभी मौसमी बीमारियों का ज्यादा प्रकोप नहीं है। हालांकि अस्पताल में आउटडोर ८०० के ऊपर पहुंच गया है। मलेरिया, डेंगू व स्वाइन फ्लू का संदिग्ध या पॉजीटिव सामने आता है तो तत्काल उस क्षेत्र में हेल्थ स्क्रीनिंग कार्य (सर्वे) किया जाता है। वर्तमान ये कार्य एएनएम की ओर से किया जा रहा है।
– डॉ. वी. के. गुप्ता, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी, राजकीय चिकित्सालय, कुचामनसिटी

ट्रेंडिंग वीडियो