इधर, बेटिकट यात्रियों को लेकर रोडवेज प्रशासन सख्त
कुचामनसिटी. राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम में बेटिकट यात्रियों को लेकर रोडवेज प्रशासन सख्त हो गया है। बस में तीन या तीन से अधिक सवारी बेटिकट मिलने पर सीधे चालक-परिचालक के निलंबन की कार्रवाई की जा रही है। जानकारी के अनुसार रोडवेज प्रशासन मुख्यालय की ओर से अभी हाल ही में आदेश जारी किए गए हैं, जिसमें बसों में बेटिकट यात्रियों के पाए जाने पर चालक-परिचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। यही नहीं चालक-परिचालक का निलंबन आगार को छोडक़र मुख्यालय में किया जा रहा है, जिससे परिचालकों को खुद का आगार छोडऩा पड़ रहा है। सूत्रों के अनुसार अभी तक कई परिचालक इसके शिकंजे में आ चुके हैं। आदेश के अनुसार यदि रोडवेज बस में बेटिकट सवारियां मिलती है तो सीधा जयपुर में निलंबन किया जा रहा है। ऐसे ेमें मुख्यालय में बड़ी संख्या में चालक-परिचालक निलंबित होकर उपस्थिति दे रहे हैं। गौरतलब है कि कई परिचालक बसों में सवारियों को टिकट नहीं देते, जिससे रोडवेज को चपत लगती है। ऐसे में अब तीन या तीन से अधिक सवारी बेटिकट परिचालकों का निलंबन किया जा रहा है। निलंबन में पहले अपने डिपो में नहीं बल्कि जयपुर में उपस्थिति देनी पड़ रही है। नियमानुसार मुख्यालय की टीम यदि रिमार्क लगाती है तो चालक-परिचालक को जयपुर हाजिरी देनी पड़ेगी। इसके अलावा राशि 500 से ज्यादा हो और 9 से ज्यादा सवारी बेटिकट हो तो स्थानीय आगारीय उडन दस्ता रिमार्क लगा रहा है। इस संबंध में सहायक निरीक्षक सज्जन सिंह ने बताया कि रोडवेज से नए आदेश जारी हुए हैं, जिसके तहत यदि केन्द्रीय उडऩ दस्ता को तीन या तीन से अधिक सवारियां बेटिकट मिलती है तो चालक-परिचालक के खिलाफ सीधे निलंबन की कार्रवाई की जा रही है। साथ ही राशि 500 से ज्यादा हो और ९ से ज्यादा सवारी बेटिकट हो तो स्थानीय आगारीय उडन दस्ता रिमार्क लगाकर स्टाफ का जयपुर निलंबन कर देते हैं।
कुचामनसिटी. राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम में बेटिकट यात्रियों को लेकर रोडवेज प्रशासन सख्त हो गया है। बस में तीन या तीन से अधिक सवारी बेटिकट मिलने पर सीधे चालक-परिचालक के निलंबन की कार्रवाई की जा रही है। जानकारी के अनुसार रोडवेज प्रशासन मुख्यालय की ओर से अभी हाल ही में आदेश जारी किए गए हैं, जिसमें बसों में बेटिकट यात्रियों के पाए जाने पर चालक-परिचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। यही नहीं चालक-परिचालक का निलंबन आगार को छोडक़र मुख्यालय में किया जा रहा है, जिससे परिचालकों को खुद का आगार छोडऩा पड़ रहा है। सूत्रों के अनुसार अभी तक कई परिचालक इसके शिकंजे में आ चुके हैं। आदेश के अनुसार यदि रोडवेज बस में बेटिकट सवारियां मिलती है तो सीधा जयपुर में निलंबन किया जा रहा है। ऐसे ेमें मुख्यालय में बड़ी संख्या में चालक-परिचालक निलंबित होकर उपस्थिति दे रहे हैं। गौरतलब है कि कई परिचालक बसों में सवारियों को टिकट नहीं देते, जिससे रोडवेज को चपत लगती है। ऐसे में अब तीन या तीन से अधिक सवारी बेटिकट परिचालकों का निलंबन किया जा रहा है। निलंबन में पहले अपने डिपो में नहीं बल्कि जयपुर में उपस्थिति देनी पड़ रही है। नियमानुसार मुख्यालय की टीम यदि रिमार्क लगाती है तो चालक-परिचालक को जयपुर हाजिरी देनी पड़ेगी। इसके अलावा राशि 500 से ज्यादा हो और 9 से ज्यादा सवारी बेटिकट हो तो स्थानीय आगारीय उडन दस्ता रिमार्क लगा रहा है। इस संबंध में सहायक निरीक्षक सज्जन सिंह ने बताया कि रोडवेज से नए आदेश जारी हुए हैं, जिसके तहत यदि केन्द्रीय उडऩ दस्ता को तीन या तीन से अधिक सवारियां बेटिकट मिलती है तो चालक-परिचालक के खिलाफ सीधे निलंबन की कार्रवाई की जा रही है। साथ ही राशि 500 से ज्यादा हो और ९ से ज्यादा सवारी बेटिकट हो तो स्थानीय आगारीय उडन दस्ता रिमार्क लगाकर स्टाफ का जयपुर निलंबन कर देते हैं।