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परिंदों से दूर परिण्डे, गर्मी में कैसे हों हलक तर

locationकुचामन शहरPublished: Apr 13, 2018 11:43:17 am

Submitted by:

Kamlesh Kumar Meena

परिण्डे बांधने की कमजोर पड़ रही परम्परा, पक्षियों को प्यास बुझाने में आ रही परेशानी

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कुचामनसिटी. एक ओर प्रदेश में भीषण गर्मी का दौर शुरू हो गया है। वहीं दूसरी ओर शहर में पक्षियों के लिए परिण्डे कुछ ही जगहों पर नजर आ रहे हैं। इससे लगता है कि शायद परिण्डे बांधने की परम्परा शहर में कमजोर पड़ती जा रही है। पहले गर्मी शुरू होते ही जगहों-जगहों पर परिण्डे नजर आने लग जाते थे, लेकिन अभी गिनी-चुनी जगहों पर ही परिण्डे नजर आ रहे हैं। शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों के मुताबिक हालांकि गर्मी का दौर अभी शुरू ही हुआ है। ऐसे में परिण्डे बांधने का कार्य जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। पक्षी प्रेमियों के अनुसार गर्मी के मौसम में पक्षियों को प्यास बुझाने के लिए काफी जतन करने पड़ते हैं। गर्मी के समय जलस्रोत भी सूखने लग जाते हैं। ऐसे में बरसों से परिण्डे बांधने की परम्परा चली आ रही है। खासकर वैशाख-ज्येष्ठ माह में पानी की किल्लत ज्यादा होती है। इधर, महिला एवं बाल विकास विभाग ने भी हर वर्ष की भांति आंगनबाड़ी केन्द्रों पर परिण्डे बांधने की तैयारी कर ली है। इस संबंध में विभागीय स्तर पर दिशा-निर्देश भेेजे गए हैं। गत वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस ( 5 जून) पर पक्षियों के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों पर परिण्डे बांधने की परम्परा का नवाचार शुरू किया था। इसके तहत कई जगहों पर आंगनबाड़ी केन्द्रों पर परिण्डे बांधे गए थे। विभाग की इस पहल के पीछे गर्मी के मौसम में पक्षियों को पानी उपलब्ध कराते हुए पक्षी संरक्षण का संवद्र्धन करना था। इसी नवाचार की निरंतरता में पक्षी संरक्षण एवं केन्द्र के बच्चों में प्रकृति की भावना विकसित करने के लिए गत वर्ष की भांति आंगनबाड़ी केन्द्रों पर के साथ-साथ निदेशालय, जिला, परियोजना स्तरीय कार्यालय में इस वर्ष भी परिण्डे बांधे जाएंगे।
पुनीत कार्य के लिए 26 अप्रेल को होगी बैठक
गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी मासिक अभिभावक बैठक (अमास्या) 26 अप्रेल को आयोजित की जाएगी। इधर, मुख्यालय से महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशकों तथा परियोजना अधिकारियों को अपने अधीनस्थ कार्यालय एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों पर परिण्डे बांधकर पक्षी संरक्षण के कार्य में पुनीत कार्य में सहयोग करने के लिए कहा गया है।
इन स्थलों पर बांधे जा सकते हैं परिण्डे
शहर के प्रमुख स्थल जहां पक्षी आसानी से पानी पी सकते हैं, ऐसी जगहों का चुनाव कर वहां परिण्डे बांधे जा सकते हैं। प्रमुख जगहों में पार्क, शिक्षण संस्थान परिसर तथा अन्य स्थलों पर भी परिण्डे बांधने का कार्य किया जा सकता है। हालांकि वर्तमान में शहर में कुछ जगहों पर परिण्डे दिखाई दे रहे हैं, लेकिन अभी तक इनकी संख्या कम ही नजर आ रही है।
गर्मी में यदि कोई व्यक्ति पक्षियों के लिए परिण्डे बांधना चाहे तो बहुत अच्छी बात है। हमारे कार्यालय या आसपास भी परिण्डे बांधे जा सकते हैं। आंगनबाड़ी केन्द्रों व कार्यालय परिसर में परिण्डे बांधने यदि कोई योजना है तो इस संबंध में सीडीपीओ ही बता सकते हैं।
– आनंद दायमा, एएओ, महिला एवं बाल विकास विभाग, कुचामन
परिण्डे बांधने में कमी जैसी कोई बात नहीं है। लोग पक्षियों के लिए परिण्डे बांधते ही है। हमने शहर के प्रमुख स्थलों पर परिण्डे बांधने की योजना बना रखी है। अब गर्मी भी शुरू हो गई है। ऐसे में जल्द ही परिण्डे बांधने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। जहां तक बात है पशुओं की तो उनको ज्यादा पानी की जरूरत होती है। साथ ही खेळी की भी आवश्यकता होती है। जबकि परिण्डे में काफी कम पानी की जरूरत होती है। इस पुनीत कार्य को कोई भी व्यक्ति आसानी के साथ कर सकता है।
– ओमप्रकाश काबरा, अध्यक्ष, कुचामन विकास समिति, कुचामनसिटी
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