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कुचामन नगरपालिका बोर्ड बैठक में क्यों बुलानी पड़ी पुलिस

locationकुचामन शहरPublished: Jan 10, 2020 11:52:13 am

Submitted by:

Hemant Joshi

कुचामनसिटी. Kuchaman municipal board meetingयहां नगरपालिका परिसर में गुरुवार को नगरपालिका अध्यक्ष राधेश्याम गट्टाणी की अध्यक्षता में बोर्ड बैठक आयोजित की गई। करीब डेढ घंटे तक चली बोर्ड बैठक बस स्टेण्ड पर दुकानों की निलामी का एजेंडा पारित किया गया। दूसरे एजेंडे पर पार्षदों ने विरोध जताकर प्रस्ताव पारित नहीं किया। बैठक में एजेंडों के अलावा दूसरे मुद्दों पर जमकर बहस हुई। जिसमें पार्षदों व ईओ में जमकर बहस और बयानबाजी भी हुई।

Kuchaman municipal board meeting

Kuchaman municipal board meeting

Kuchaman municipal board meeting
बैठक के शुभारंभ पर अधिशासी अधिकारी श्रवणराम चौधरी ने बैठक संबंधी आवश्यक जानकारी दी। बैठक शुरु होने के साथ ही पार्षद हेमराज चावला ने वर्ष भर में महज १ बोर्ड बैठक बुलाने पर सदन की ओर से एतराज जताया और नियमानुसार ६० दिवस की अवधि में आवश्यक रुप से बैठक आयोजित का प्रावधान होने की बात कही। इसी मामले में पार्षद अहमद खान ने भी सवाल उठाते हुए एक तिहाई सदस्यों की लिखित मांग के के बावजूद बोर्ड बैठक नहीं बुलाई गई और कहा कि नगरपालिका एक्ट के कानून ही नहीं माने जा रहे हैं। उन्होंने नगरपालिका अध्यक्ष से इसका जवाब मांगा तो नगरपालिका अध्यक्ष गट्टाणी ने अब प्रतिमाह बोर्ड बैठक बुलाने का आश्वासन दिया। अध्यक्ष गट्टाणी ने नगरपालिका की ओर से कराए जाने वाले विकास कार्यों में बारे में जानकारी दी तो विपक्ष के सदस्यों ने इसका विरोध किया और कहा कि एजेंडे के बाहर खुद बात कर रहे हो और पार्षदों को रोक रहे हो, यह कैसा नियम है। इस दौरान वित्त कमेटी के अध्यक्ष बनवारीलाल मोर ने वित्त कमेटी की बैठकें नहीं बुलाने की बात कहते हुए विरोध व्यक्त किया। पार्षद चावला ने कहा कि नगरपालिका में बोर्ड और समितियों को पंगु बना दिया गया है। इस पर पार्षदों ने अधिशासी अधिकारी श्रवणराम चौधरी को घेरना शुरु कर दिया। ईओ चौधरी ने कहा कि कुछ पार्षद अखबारों की सुर्खियां बनने के लिए नगरपालिका का ही विरोध कर रहे हैं।
किया विरोध

बैठक के दौरान प्रस्ताव संख्या दो- विभिन्न वित्तीय वर्षों में स्वीकृत बजट से अधिक हुए व्यय की स्वीकृति पर विचार शुरु करने के साथ ही वित्त कमेटी के अध्यक्ष बनवारीलाल मोर व पालिका के लेखाकार कमलेश सोनी के बीच बहस शुरु हो गई। पार्षद अहमद खान ने इस एजेंडे का विरोध किया। अधिकांश पार्षदों के विरोध के बाद इस एजेंडे पर सदन की सहमति नहीं बन सकी। ईओ चौधरी ने बताया कि अब इस एजेंडे को आगामी बजट बैठक मेें रखा जाएगा।
लहराई पत्रिका की प्रतियां कहा अखबारों से हो रही बोर्ड की बदनामी

Kuchaman municipal board meeting बैठक के दौरान पार्षद आरिफ खान ने राजस्थान पत्रिका की प्रति लहराते हुए कहा कि शहर की पुरानी बसावट में ० सेटबैक सदन की अनुमति से किया गया था तो अब इसके बावजूद मास्टर प्लान की अवहेलना कहां हो रही है, पत्रिका में मास्टर प्लान का काम तमाम करती नगरपालिका समाचार छप रहे हैं, ऐसा क्यों हो रहा है। अखबारों में आए दिन नगरपालिका की खबरें छप रही है जिससे बोर्ड की बदनामी हो रही है। पार्षद खान ने मास्टर प्लान की अवहेलना के मामले में कहा कि मैं बोर्ड से पूछना चाहता हूं कि जब नगरपालिका सही है तो पत्रिका में यह समाचार कैसे छप रहे हैं। इस पर पार्षद गोपाल कुमावत ने भी कहा कि नगरपालिका नियमों के विपरीत काम क्यों कर रही है, जिससे पालिका की बदनामी हो रही है।
कानून का डंडा दिखाकर क्यों डरा रहे हो

Why did the police call in Kuchaman municipal board meeting
बैठक के दौरान पालिका में प्रतिपक्ष नेता फजलु रहमान कुरैशी ने नगरपालिका अध्यक्ष गट्टाणी पर सवाल उठाते हुए कहा कि सदन में पुलिस बुलाकर पार्षदों को डराने का प्रयास क्यों किया जा रहा है। खान ने कहा कि कानून का डंडा दिखाकर सदन को डराने की कोशिश की जा रही है। इस पर अध्यक्ष गट्टाणी ने पुलिस बुलाने के लिए इनकार किया तो ईओ चौधरी ने कहा कि बैठक के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बुलाई जाती है। ईओ चौधरी ने कहा कि पूर्व में बाहरी व्यक्तियों ने सदन में प्रवेश कर हाथापाई की थी, जिसकी पुनरावृत्ति रोकने के लिए पुलिस व्यवस्था की जाती है।
३५ पत्रावलियों का किया निस्तारण

बोर्ड बैठक के तुरंत बाद ही नगरपालिका में भवन निर्माण समिति की बैठक समिति के अध्यक्ष गौरीशंकर शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें ३५ पत्रावलियों का निस्तारण किया गया एवं ७ पत्रावलियां अधुरी होने के चलते रोक ली गई।
न्यायालयों में भी चल रहे हैं प्रकरण

नगरपालिका में भ्रष्टाचार के मामले न्यायालयों में भी लंबित चल रहे है। पिछले दिनों अधिवक्ता ओमप्रकाश पारीक की ओर से नगरपालिका के अध्यक्ष व अधिशासी अधिकारी समेत अन्य पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए धारा १६७, १७४, १७७, ४३१ व१२० का मामला दर्ज कराया गया था। जो सिविल न्यायालय में विचाराधीन है। इसी प्रकार पिछले दिनों उपखण्ड न्यायालय ने भी संकरी गलियों में कॉम्प्लेक्स निर्माण के मामले में कार्रवाई के आदेश जारी किए थे।
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