बतादें कि इस बार सत्र के शुरूआती दिनों से ही जिले में गुड्डी यादव के छात्रसंघ चुनाव लड़ने को लेकर चर्चायें तेजी से हो रही थी। पहले से ही छात्रों के बीच अपनी मजबूत पैठ जमाने वाली गुड्डी यादव ने जैसे ही चुनावी प्रक्रिया शुरू होते ही खुद के चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान किया तो उन्हे फोन कर किसी ने तकरीबन 10 दिन पहले जान से मारने की धमकी दे दी। पुलिक को दिए तहरीर में गुड्डी ने बताया था कि फोन पर उन्हे सामने से धमकी मिली कि अगर चुनाव लड़ोगी तो तुम्हे जान से मार दूंगा।
इसकी शिकायत गुड्डी ने महिला कोतवाली में कर दिया। इसे लेकर छात्रों में काफी नाराजगी भी दिखी थी। कहा गया था कि अगर आरोपी का जल्द गिरफ्तार न किया गया तो बड़ा आंदोलन किया जायेगा।
लेकिन इस धमकी की परवाह किये बगैर गुड्डी और उनके समर्थकों ने नामांकन पत्र खरीदा और रविवार को नामांकन दाखिल किया। गुड्डी ने कहा कि अराजक तत्व हमें धमकी देकर हमारी आवाज को दबाना चाहते हैं। लेकिन हम ऐसे लोगों को दिखाएंगे कि लड़कियां किसी की धमकी से नहीं डरा करतीं वो सामने आकर मुकाबला करने में सक्षम हैं।
अध्यक्ष पद पर चार के बीच मुकाबला बतादें कि इस बार यूएन पीजी कालेज के चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए चार प्रत्याशी, राजन सोनी, धीरज तिवारी, रितेश कुमार दूबे, कुमारी गुड्डी यादव ने मैदान में हैं। वहीं उपाध्यक्ष के लिए एजाज अहमद, चंद्रशेखर सिंह सन्नी, रामलखन यादव, महामंत्री के लिए आलम अंसारी, विशाल सिंह, विवेक कुमार यादव, अनिल कुमार, पुस्तकालय मंत्री के लिए रज्जब आलम, अफरोज खान, अमित कुमार सिंह, सूरज भारती, मनीष कुमार मद्देशिया ने नामांकन किया है।