गोरखपुर। कुशीनगर हादसे की जांच में कार्रवाईयां तेज हो गई हैं। बीएसए, एआरटीओ, बीईओ व पीटीओ के निलंबन के बाद अब बिना पंजीकरण के वाहन बेचने वाली एजेंसी सरदार मोटर्स नौसड़ गोरखपुर के टैक्सी गाड़ियों की बिक्री पर रोक लगा दी गई है। आरटीओ गोरखपुर ने यह कार्रवाई करते हुए निर्देश जारी किया है। कुशीनगर में अनमैन्ड क्रासिंग पर स्कूल वैन के ट्रेन से हुए हादसे की स्कूल वैन सरदार मोटर्स से ही खरीदी गई थी। बिना पंजीकरण के वाहन बेचने पर एजेंसी का ट्रेड सर्टिफिकेट सस्पेंड कर दिया गया है।
कुशीनगर के दुदही क्षेत्र के बहपुरवा स्टेशन के पास के मानवरहित रेलवे क्रॉसिंग पर 26 अप्रैल को स्कूल वैन ट्रेन से टकरा गई थी। इस हादसे में 13 बच्चों की मौत हो गई थी, कई गंभीर रूप से घायल हुए थे।
इस हादसे से पूरे देश में हड़कंप मच गया था। सीएम
योगी आदित्यनाथ ने हादसे वाली जगह का दौरा करते हुए परिवारिजन कोे न्याय का आश्वासन दिया था।
कुशीनगर दौरे के बाद कमिश्नर की जांच रिपोर्ट मिलने पर तात्कालिक तौर पर बीएसए, बीईओ, एआरटीओ व पीटीओ को निलंबित कर दिया गया था। एआरटीओ को निलंबित करने के बाद इस मामले की जांच आरटीओ को सौंपी गई थी। आरटीओ गोरखपुर की जांच से पता चला कि 14 सितंबर 2014 को डिवाइन वेलफेयर सोसाइटी, दुदही, कुशीनगर के नाम पर सरदार मोटर्स से स्कूल वैन खरीदी गई थी। इसके लिए महिंद्रा फाइनेंस ने वैन खरीदने के लिए लोन भी दिया था। लेकिन गाड़ी लोन पर होने के बावजूद गाड़ी का आरटीओ में रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया। आलम यह कि चार साल से बिना पंजीकरण के ही वैन चल रही थी। जांच के दौरान एजेंसी संचालक को नोटिस देकर एक सप्ताह में पक्ष रखने का निर्देश दिया गया था लेकिन उन्होंने सही जवाब नहीं दिया। जवाब सकारात्मक नहीं मिलने पर एजेंसी की टैक्सी वाहनों की बिक्री का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया गया।