प्रबंधक का कहना है कि टोल प्लॉज पर कार्यरत सभी लोग दहशत में हैं। बात बीते पांच मार्च के शाम की है। प्रबंधक के मुताबिक कुशीनगर व देवरिया जिले की सीमा विभाजित करने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 28 के मुजहना टोल प्लॉजा पर रात को करीब 8.30 बजे मंत्री सूर्य प्रताप शाही का काफिला रूकता है। मंत्री गाड़ी में बैठे-बैठे ही एक पुलिस कर्मी को टोल प्लॉजा के प्रबंधक विवेक सिंह को बुलाने को कहते हैं। कुछ ही क्षण के अंदर सफेद पैंट पहने विवेक सिंह कृषि मंत्री के पास पहुंच भी जाते हैं।
मंत्री और मैनेजर के बीच बातचीत होते टोल प्लॉजा पर लगे सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है। दोनों के बीच क्या बातचीत होती है यह तो साफ नहीं हो पा रहा, पर मैनेजर ने दावा किया है कि मंत्री जी देवरिया और कुशीनगर की तमाम प्राईवेट गाड़ियों से टोल टैक्स न लेने का आदेश दे रहे थे। टोल प्लॉजा के मैनेजर के मुताबिक सरकारी नियमों का हवाला देते हुए उनकी बात मानने से इनकार करने पर मंत्री तीखे तेवर में सुधर जाने की बात कहने लगे और नतीजा भुगतने की बात कह कर चले गए। विवेक सिंह का कहना है कि इस प्रकरण के बाद अब मंत्री के स्थानीय करीबीयों द्वारा आये दिन डराया-धमकाया जा रहा है।