मृतका की मां ने पुलिस को तहरीर देकर जलाकर मारने का आरोप लगाया है। आग की जद में आने से पांच घर भी जलकर राख हो गए है। घर जलने से लाखों रुपये की क्षति बताई जा रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक चार नवंबर की रात को तकरीबन 11 बजे बांसगांव बैरा टोला निवासी किशुनदेव चौहान के घर में अचानक संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। किशुनदेव की पत्नी अपने तीन बच्चे धनु ,बलबीर और रवि 7 वर्ष के साथ सो रही थी। सुनैना की आंख खुली तो वह खुद और अपने बच्चों को आग से घिरा पाया। मिली जानकारी के अनुसार आग में झुलस रहे अपने दो बच्चों बलबीर और रवि को किसी तरह सुनैना बाहर निकालने में सफल रही लेकिन छोटे बेटे धनु को आग से बाहर निकालते वक्त वह खुद आग की लपटों में घिर गई। नतीजतन वह अपने छोटे पुत्र धनु के साथ बुरी तरह से झुलस गई और मौके पर ही मां- बेटे की मौत हो गई।
मिली जानकारी के मुताबिक चार नवंबर की रात को तकरीबन 11 बजे बांसगांव बैरा टोला निवासी किशुनदेव चौहान के घर में अचानक संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। किशुनदेव की पत्नी अपने तीन बच्चे धनु ,बलबीर और रवि 7 वर्ष के साथ सो रही थी। सुनैना की आंख खुली तो वह खुद और अपने बच्चों को आग से घिरा पाया। मिली जानकारी के अनुसार आग में झुलस रहे अपने दो बच्चों बलबीर और रवि को किसी तरह सुनैना बाहर निकालने में सफल रही लेकिन छोटे बेटे धनु को आग से बाहर निकालते वक्त वह खुद आग की लपटों में घिर गई। नतीजतन वह अपने छोटे पुत्र धनु के साथ बुरी तरह से झुलस गई और मौके पर ही मां- बेटे की मौत हो गई।
आग के विकराल रूप धारण कर लेने से हरिकेश, नथु, पप्पू, औऱ चन्द्रेव के घर समेत पांच घर भी जल गये। घर मे रखे नक़दी, गहना, अनाज, कपड़ा सब कुछ जल गया। पुलिस गांव वालों की मदद से सीएचसी दुदही में दोनों झुलसे बच्चों रवि और बलबीर को भर्ती कराया, जहां से दोनों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने बच्चों की हालत नाजुक देखते हुये उन्हें बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफ़र कर दिया। विशुनपुरा थाने की पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है। वही मृतका सुनैना की मां शुभावती ने पुलिस को तहरीर देकर मिट्टी की तेल छिड़क कर जान से मारने की आरोप लगाया है, पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
BY- A.K. MALL