जी हां हुआ यूं कि अखिल भारतीय गोंड आदिवासी संघ के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों लोग उस समय आक्रोशित हो गये जब इन प्रदर्शनकारियों की बात सुनने कोई भी अधिकारी धरना स्थल पर नहीं पहुंचा। नाराज लोगों ने प्रशासन पर उनकी बातों को दरकिनार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिला प्रशासन उनके साथ भेदभाव कर रहा है। इसे लेकर तकरीबन दो घंटे तक शहर में जाम की स्थिति बनी रही और लोगों ने जमकर हंगामा किया।
बतादें कि जिले में अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र जारी करने की मांग को लेकर अखिल भारतीय गोंड आदिवासी संघ के बैनर तले लोगों ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर धरना दिया। देर शाम तक धरना स्थल पर किसी जिम्मेदार के नहीं पहुंचने से नाराज लोगों ने रविंद्रनगर पुलिस चौकी के समीप पहुंचकर हाईवे को दो घंटे तक जाम कर दिया। मौके पर पहुंचे एडीएम ने लोगों को समझा बुझाकर जाम समाप्त कराया। अखिल भारतीय गोंड आदिवासी संघ के जिलाध्यक्ष राधेश्याम गोंड के नेतृत्व में गोंड बिरादरी के लोगों ने जिला मुख्यालय स्थित एमपी लैण्ड समक्ष धरना शुरू किया। इस दौरान जिलाध्यक्ष ने कहा कि देर शाम तक धरना स्थल पर किसी जिम्मेदार के नहीं पहुंचने से नाराज गोंड बिरादरी के लोगों ने रविंद्रनगर धूस पुलिस चौकी के पहुंच कर नारेबाजी करते हुए हाईवे जाम कर दिया।
जिसके बाद कसया-पडरौना मार्ग पर लोगों का आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया। हालांकि जाम कि सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे एडीएम ने लोगों को समझा-बुझाकर जाम समाप्त कराया। जिसके बाद लोगों का आवागमन शुरू हो सका।