जानकारी के अनुसार कनौरा गांव निवासी गोरख प्रसाद, योगेन्द्र राजभर, मुन्नी और महेश शुक्रवार को मजदूरी करने कसया गए थे। वहां से कार्य समाप्त कर चारों देर रात को साइकिल से राष्ट्रीय राजमार्ग 28 बी के रास्ते वापस अपने घर लौट रहे थे। चारों नेबुआ-नौरंगिया थाने के लीलाधर छपरा गांव के पास पहुंचे थे कि पिपरा बाजार की तरफ से तेज गति से आ रही उत्तर प्रदेश सरकार लिखी लग्जरी गाड़ी ने इन्हें टक्कर मार दी। वाहन गोरख प्रसाद तथा योगेन्द्र को कुचलता हुआ राष्ट्रीय राजमार्ग 28 बी पर सड़क के बीचो-बीच पलट गया। वाहन सवार खिड़की का शीशा तोड़कर भाग निकले।
सड़क पर तड़पते रहे घायल हादसे में घायल हुए श्रमिक काफी देर तक सड़क पर पड़े तड़पते रहे। किसी राहगीर ने इसकी सूचना 100 नंबर पर फोन कर दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने गंभीर रूप से घायल श्रमिकों को जिला अस्पताल पहुंचवाया। जहां चिकित्सकों ने गंभीर हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद गोरख प्रसाद को पीजीआई लखनऊ तथा योगेन्द्र को गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
वाहन से शराब की बोतलें बरामद सरे राह पलटे वाहन को पुलिस कब्जे में लेकर थाने ले गई। वाहन से शराब की बोतलें एवं पका हुआ मीट बरामद हुआ है। पुलिस ने वाहन की सफाई कराई, लेकिन इसके बावजूद वाहन से काफी दुर्गंध आ रही थी। अनुमान लगाया जा रहा है कि वाहन में सवार लोगों ने छक कर शराब पी रखी थी। शराब के नशे में चूर चालक ने वाहन से नियंत्रण खो दिया होगा, जिसके परिणाम स्वरूप श्रमिकों की जान पर बन आई।
पुलिस कर रही छानबीन उत्तर प्रदेश सरकार लिखा वाहन किसका है और इसमें कौन से लोग सवार थे, पुलिस इसकी छानबीन कर रही है। पुलिस वाहन स्वामी के सम्बंध में तहकीकात का हवाला दे रही है, तो वहीं लोगों की मानें तो पुलिस सबकुछ जानती है। क्षेत्रीय नागरिकों ने इसकी जांच कराकर ठोस कार्रवाई की मांग की है।
By: A.K. Mall